नाहन (हप्र)। फार्मा कंपनी में एक्सपायरी दवाओं की बोटलिंग का भंडाफोड़ हुआ है। समय फार्मा के नाम से संचालित एक दवा कंपनी द्वारा एक्सपायरी दवा के लेबल उतारकर फिर से बोटलिंग किए जाने का मामला संज्ञान में आया है। दवा भरने के लिए तैयार की जाने वाली बोतलों को भी सर्फ के पानी में धोकर अनहाईजीन तरीके से तैयार किया जा रहा था।
गुप्त सूत्रों से मिली सूचना के बाद जब मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे तो समय फार्मा के साथ लगते बंद पड़े उद्योग में एक्सपायरी दवाइयों की बोतलों के रेपर उतारकर उन्हें धोया जा रहा था। हैरानी इस बात की है कि दवा की बोतल को जहां हाईजीन तरीके से साफ किया जाना चाहिए था, उसकी जगह बाल्टी और टब में सर्फ घोलकर दो मजदूर इस कार्य में लगाए गए थे।
पूछताछ में इन मजदूरों बताया कि वे समय फार्मा के लिए काम करते हैं। इस बंद फैक्टरी में बोतल के लेबल उतारकर धोने के लिए उन्हें प्रबंधन की ओर से यहां भेजा गया है। जाहिर है कि फार्मा द्वारा एक बड़े काले धंधे को अंजाम दिया जा रहा था। इस बारे जब प्रबंधन से बात की गई तो उन्होंने फैक्टरी के एमडी गौरव जैन का नंबर दिया। उन्हें खबर के कंटेट के साथ दवा की बोतलों के फोटो भी भेजे गए।
इसके बावजूद एमडी ने किसी भी तरह की कोई टिप्पणी फोन के माध्यम से नहीं की। लिहाजा, संबंधित क्षेत्र के ड्रग इंस्पेक्टर नरेंद्र ठाकुर से इस मामले की जानकारी जुटाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि वे इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकते। दवा निरीक्षक ने कहा कि वे इस बारे सहायक दवा नियंत्रक से ही जानकारी ले सकते हैं।
उधर, सहायक दवा नियंत्रक गरिमा ने बताया कि वे मामले की जांच करने के बाद ही कुछ बता सकती हैं। उन्होंने कहा कि लेबलिंग का कार्य किया जा रहा है तो विषय गंभीर है। इसकी जांच की जाएगी।