बरेली (उत्तर प्रदेश)। डी फार्मा की फर्जी डिग्रियां 300 छात्रों को बांटकर करोड़ों उकारने वालों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इस मामले में खुसरो कॉलेज के चेयरमैन शेर अली जाफरी समेत छह लोगों पर कार्रवाई की गई है। ऐसे में पुलिस इन सभी की संपत्तियां भी सीज कर सकती है।
सीबीगंज इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र गौतम ने बताया कि मामले में जाफरी, उसका बेटा और मुख्य गुर्गा विजय शर्मा समेत गिरोह के छह आरोपी शामिल हैं। सभी आरोपी इन दिनों जिला कारागार में बंद हैं।

यह है मामला

बता दे कि तीन सौ से अधिक छात्रों को डी फार्मा की फर्जी डिग्री बांट दी थी और उनसे करोड़ों रुपये वसूले गए थे। छात्रों ने काफी समय तक धरना-प्रदर्शन किया. तब जाकर आरोपी शेर अली जाफरी, उसके बेटे पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। सामने आया कि चार राज्यों में जाफरी के 11 कॉलेज संचालित हैं। बरेली मंडल के सभी जिलों में उसके कॉलेज हैं। उसने उत्तराखंड, दिल्ली और राजस्थान में भी कई संस्थान खोल रखे हैं।

जांच में सामने आया है कि स्थानीय शिक्षक कमीशन पर छात्रों का एडमिशन कराते थे। दूसरों को डिग्रियां बांटने वाला डॉ. विजय शर्मा खुद मुन्नाभाई है। वह आस्था कंसल्टेंसी के अलावा एचएल कंसल्टेंसी भी चलाता था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

उसके बाद पुलिस ने एक बार फिर कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर की कार्रवाई की है। पुलिस ने शेरअली जाफरी, जाकिर अली, फिरोज अली जाफरी, तारीक अल्वी, विजय शर्मा और विश्वनाथ शर्मा के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस के अनुसार जल्द ही इन सभी आरोपियों की संपत्तियां सीज की जाएंगी।