हजारीबाग (झारखंड)। नारकोटिक और शेड्यूल एच वन की दवा बिक्री करने से कैमिस्टों को बचना चाहिए। यह अनुरोध जिला केमिस्ट्स एण्ड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन हजारीबाग ने किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप कुमार एवं जोन के उपाध्यक्ष एवं संगठन के महासचिव लक्षमी कुमार गुप्ता ने नारकोटिक दवाओं एवं अनुसूची एक से संबधित सभी दवाओं की बिक्री में सर्तकता बरतें।
महासचिव लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय संगठन एआईओसीडी के निर्देश पर राज्य संगठन जेसीडीए ने झारखण्ड दवा व्यवसायियों को नारकोटिक दवाओं की बिक्री में पुरी सर्तकता बरतने का निर्देश दिया है। इन दवाओं की बिक्री केवल जरूरतमंद मरीजों को ही दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा है कि नारकोटिक श्रेणी की दवाओं का दुरुपयोग समाज हित में नहीं है। बीते माह एनसीबी ने नोटिस जारी किया था और कहा गया कि नारकोटिक दवाओं की बिक्री करने वालों को सरकारी पोर्टल पर पंजीकृत किया जाना जरूरी है। संगठन ने केन्द्र सरकार से इस दिशा में दवा व्यवसायियों को राहत देने का आग्रह किया था। इसके फलस्वरूप केन्द्र सरकार ने रिवाइज सर्कुलर केन्द्र सरकार आर्थरेटी से प्राप्त किया।
कैमिस्ट सभी नारकोटिक एवं अनुसूचि एचवन के सभी खरीद बिक्री का रिकार्ड मेन्टेन रखें। मादक दवाओं और एंटी डिप्रेशन की अधिक मात्रा का उचित सत्यापन चिकित्सक के पुर्जे और प्रप्त दस्तावेज के साथ किया जाना है। उन्होंने कहा कि अधिक मात्रा में ऐसे दवाओं की बिक्री करने के लिए संबंधित संस्थान से लेटर हेड पर लिखित आर्डर लेना जरूरी है।