हैदराबाद। डीसीए की टीम ने सिकंदराबाद के अस्पताल में रेड कर एनडीपीएस इंजेक्शन का जखीरा बरामद किया है।
ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (डीसीए) और निषेध और उत्पाद शुल्क टीमों ने मिलकर सिकंदराबाद के जीवी सलूजा अस्पताल, रेजिमेंटल बाजार में छापा मारा। टीम ने फेंटानिल, केटामाइन, पेंटाज़ोसाइन और मिडाज़ोलम इंजेक्शन आदि सहित नशीली दवाओं और मनोदैहिक पदार्थों का जखीरा बरामद किया।

बताया गया कि नेहा भागवत पर एनडीपीएस अधिनियम के तहत दो मामले दर्ज थे। नेहा के आवास पर छापेमारी से नशीली दवाओं के स्टॉक का पता चला। इसमें मॉर्फिन इंजेक्शन, टैबलेट, फेंटेनल साइट्रेट इंजेक्शन और फेंटेनल साइट्रेट पैच, पेंटाज़ोसाइन इंजेक्शन आदि मिले। इन्हें अवैध रूप से खरीदा गया था। उसने नागपुर के पायनियर ड्रग हाउस के दिनेश से अवैध रूप से ये पदार्थ खरीदने की बात कबूल की।

अन्य संदिग्धों पत्तूरी गोपीनाथ, सुरेंद्र सिंह गुसिया और बी श्रीनिवास को भी पकड़ा गया। डीसीए के अनुसार राजेंद्र सिंह सलूजा, उनकी पत्नी डॉ. अमृता सिंह सलूजा, जो और दिनेश फरार हैं। टीम ने कई अस्पतालों पर भी छापे मारे।

सलूजा अस्पताल में ये दवाएं की जब्त

सलूजा अस्पताल में छापेमारी के दौरान ये दवाएं जब्त की गई। इनमें फेंटेनल (98 एम्पौल); केटामाइन हाइड्रोक्लोराइड (20 शीशियाँ); पेंटाज़ोसाइन (70 एम्पौल); मिडाज़ोलम (9 शीशियाँ), सक्सिनिल कोलीन इंजेक्शन (10 मिली शीशी) (सामान्य एनेस्थीसिया के सहायक के रूप में उपयोग किया जाता है) 12 शीशियाँ जब्त की गई।

इनके अलावा नेहा भागवत निवासी के यहां से ये दवाएं जब्त की गई। इनमें फोर्ट्रेज़ (पेंटाज़ोसाइन लैक्टेट) (400 एम्पौल); रुमोर्फ (मॉर्फिन सल्फेट) (200 एम्पौल); रूफेनिल (फेंटेनाइल साइट्रेट) (100 एम्पौल); पेंटाज़ोसाइन लैक्टेट (40 एम्पौल); फेनस्पार (फेंटेनिल साइट्रेट) (60 ट्रांसडर्मल पैच); रुमोर्फ (मॉर्फिन) (40 गोलियाँ); रुफेनिल (फेंटनिल 25एमसीजी/घंटा) (26 ट्रांसडर्मल पैच); रूफेनिल (फेंटनिल 50 मैकजी/घंटा) (6 ट्रांसडर्मल पैच); थियोसोल (थियोपेंटोन) (जनरल एनेस्थेटिक) 1 शीशी और सेंजेसिक 5 (ब्यूप्रेनोर्फिन) (19 ट्रांसडर्मल पैच) शामिल हैं।