कोयंबटूर (तमिलनाडू)। नशीली दवा तस्करी के रैकेट का भंड़ाफोड करने में कोयंबटूर सिटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मौके से दो तस्कर भी अरेस्ट किए गए हैं। तस्करों के कब्जे से करीब २५ लाख रुपये की ७,८०० शामक दर्द निवारक गोलियां जब्त की गई हैं।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में से एक हिसार एक्सप्रेस के एसी कोच में अटेंडेंट के तौर पर काम करता था और राजस्थान से ड्रग तस्करी करता था। वहीं दूसरे आरोपी ने कोयंबटूर रेलवे स्टेशन पर ड्रग ली थी। पूछताछ में पता चला कि टाइडोल और टेपेंटाडोल नामक ड्रग्स कोयंबटूर शहर में सप्लाई करने के लिए राजस्थान से मंगाई गई थी।

यह है मामला

नशीले पदार्थ की बरामदगी में की गई नौ गिरफ्तारियों से पुलिस को विशेष जानकारी मिली। जानकारी के आधार पर एक विशेष टीम सप्लाई चेन का पता लगाने में जुटी। इस क्रम में दो लोग पकड़े गए। एक हरियाणा निवासी दीपक उर्फ सिक्कंदर (२१) है, जो हिसार एक्सप्रेस के एसी कोच में अटेंडेंट के तौर पर काम करता था। उसने ट्रेन के एसी कोच में छिपाकर यह खेप तस्करी की थी।

जब ट्रेन कोयंबटूर जंक्शन पहुंची, तो राजस्थान के पप्पू राम (३४) को पार्सल मिला। पुलिस ने बताया कि पप्पू राम शहर में एक हार्डवेयर की दुकान पर काम करता था। यहां उसकी मुलाकात राजस्थान के अपने सप्लायर से हुई और उसने कुछ साल पहले शहर में भी काम किया था। उन्होंने बताया कि वे इस सप्लायर की तलाश कर रहे हैं।

इसके अलावा, पुलिस ने कोयंबटूर के मदुक्कराई मार्केट रोड से पाँच सदस्यीय गिरोह को गिरफ़्तार किया। इनके कब्जे से २६० नशीली गोलियाँ और १५५ ग्राम गांजा जब्त किया गया है। गिरोह की जाँच करने के बाद पुलिस को राजस्थान से ट्रेन के ज़रिए नशीली दवाएँ आने की जानकारी मिली। इसके बाद यह भंडाफोड़ हुआ।