सोलन (हिमाचल प्रदेश)। नकली एपीआई आपूर्ति नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। राज्य दवा नियंत्रण विभाग और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने यह कार्रवाई की। जांच में पता चला है कि नकली एपीआई (सक्रिय फार्मास्युटिकल सामग्री) की सप्लाई उत्तराखंड से की जा रही थी। वहां से चार जुलाई को दो और गिरफ्तारियां की गई हैं। मामले की गहन जांच जारी है।
यह है मामला
निरीक्षण टीम ने गुप्त सूचना पर सिरमौर जिले के पांवटा साहिब बस स्टैंड के पास एक परिसर में छापा मारा। यह परिसर थोक दवा व्यापार के लिए वर्ष 2028 तक वैध लाइसेंस प्राप्त है। यहां से दो प्रकार के एपीआई थायोकॉल्ची- कोसाइड और एजिथ्रोमाइसिन पकड़े गए। इस पर कोई लेबल तक नहीं था। राज्य दवा नियंत्रक डॉ. मनीष कपूर ने बताया कि जब्त की दवाएं थायोकॉल्चीकोसाइड है।
यह आमतौर पर सूजन और मांसपेशियों की एंठन में प्रयुक्त होती है। एजिथ्रोमाइसिन के लिए संबंधित परिसर का लाइसेंसधारी कोई खरीद रसीद नहीं दिखा सका। इसके चलते टीम ने उसे हिरासत में ले लिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।