मुंबई। मेडिकल वितरक को धोखा देने के मामले में फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है। सायन पुलिस ने हरियाणा के रोहतक से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उस पर कथित तौर पर डॉक्टर बनकर मुंबई के एक मेडिकल वितरक से 6.3 लाख की दवाइयां ठगने का आरोप है। आरोपी की पहचान मुकेश तलेजा के रूप में हुई है। बताया गया कि वह पहले मेडिकल प्रतिनिधि (एमआर) के रूप में काम करता था और उस पर कई वितरकों के साथ धोखाधड़ी करने का संदेह है।
यह है मामला
आरोपी मुकेश तलेजा ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया और सांताक्रूज़ के वीएन देसाई अस्पताल से डॉ. दीपांशु वर्मा होने का दावा किया। उसने शिकायतकर्ता का विश्वास जीता और 5.66 लाख रुपये की दवाइयाँ खरीदीं। बाद में उसने एक चेक जारी किया जो बाउंस हो गया और कोई भुगतान नहीं किया। इसके चलते धोखाधड़ी और अन्य के तहत मामला दर्ज किया गया।
जांच में पता चला कि आरोपी तलेजा ने दूसरों के नाम पर रजिस्टर्ड मोबाइल सिम कार्ड और बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया था। वह रोहतक से मुंबई आया था, धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए कुछ दिन वहां रुका और फिर हरियाणा लौट आया। पुलिस ने उसे नवी मुंबई के कामोठे में खोज निकाला और तलेजा तथा उसके साथी बिचौलिए को हिरासत में ले लिया गया।
जांच में पता चला कि तलेजा ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के ज़रिए मेडिकल वितरकों के संपर्क विवरण जुटाए और उन्हें डॉक्टर बनकर कॉल करके उच्च मूल्य के ऑर्डर दिए। फिर वह भुगतान से बचने के लिए नकली चेक जारी करता था। पुलिस ने पांच मोबाइल फोन, तेरह बैंकों के खाली चेक, एक डेबिट कार्ड और 6.31 लाख रुपये मूल्य की दवाइयां जब्त कीं। संदेह है कि इन्हें इसी तरह के घोटाले के जरिए हासिल किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि तलेजा ने विभिन्न क्षेत्रों में कई वितरकों को ठगा है। मामले की गहन जांच की जा रही है।