आगरा (उप्र)। नकली दवाएं बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। यह सफलता सीबीसीआईडी को मिली है। पुडुचेरी में नकली दवा बनाने की फैक्टरी पकड़ी है। मौके से करीब 30 करोड़ की दवाएं और मशीनें जब्त की हैं। फैक्टरी में 20 से अधिक नामी कंपनियों के नाम से नकली दवाएं बनाई जा रही थीं। दो दवा माफिया भी गिरफ्त में आए हैं। वहां से ही नकली दवाओं की आगरा में तस्करी हो रही थी। फैक्टरी को सील करते हुए जांच के लिए 20 सैंपल लिए गए हैं।

यह है मामला

सीबीसीआईडी और पुडुचेरी औषधि विभाग की टीम ने पुडुचेरी में नकली दवा बनाने की फैक्टरी पर छापा मारा। सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि गोदाम दवाओं से भरा हुआ था। जांच करने पर 20 से अधिक नामी कंपनियों के नाम की दवाएं मिली हैं।

फैक्टरी में मौके पर दवा माफिया एके राणा और मणिपन्नम पकड़े गए हैं। वहां से आगरा में हे मां मेडिको, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडी पॉइंट, ताज मेडिको और राधे मेडिकल एजेंसी को दवाएं बेची जा रही थीं। इन फर्मों की आगरा में सीज की गईं 71 करोड़ रुपये की दवाओं का वहां मिलीं नकली दवाओं से मिलान हुआ है। इसमें बैच नंबर समेत अन्य सामान है। जब्त दवाओं की कीमत 5 करोड़ रुपये है।

जांच में पता चला है कि पुडुचेरी से आगरा में नकली दवाएं बेची जाती थीं। यहां से ही दवाओं को प्रदेश के अन्य शहरों और दूसरे राज्यों में खपाया जा रहा था। इसकी जांच करने के लिए लखनऊ स्तर से टीम बनेगी। टीम पुडुचेरी में भी जांच करने के लिए जाएगी। वहां से दवाओं के बैच नंबर, निर्माता और क्यूआर कोड समेत अन्य की रिपोर्ट बनाकर लाएगी।