हैदराबाद। बुखार और तपेदिक के भ्रामक दावों के लिए चार दवाइयां जब्त की गई हैं। औषधि नियंत्रण प्रशासन (डीसीए) और तेलंगाना के अधिकारियों ने बाजार में कुछ ऐसी दवाओं का पता लगाया, जिनके लेबल पर भ्रामक दावे थे। इनमें ‘ल्यूकोडर्मा’, ‘तपेदिक’ और ‘बुखार’ के इलाज का दावा किया गया था। ऐसे दावे औषधि और जादुई उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, 1954 का उल्लंघन करते हैं।

छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने भ्रामक और आपत्तिजनक विज्ञापनों वाली कई दवाएं जब्त कीं। इनमें पिक्रोसोल लोशन ‘ल्यूकोडर्मा’ के इलाज का दावा करती है, अश्वगंधा चूर्णम तपेदिक के इलाज का और विमसेट प्लस-डीएस सस्पेंशन क्रोनिक फीवर के इलाज का दावा करती है। औषधि नियंत्रण प्रशासन के महानिदेशक वीबी कमलासन रेड्डी ने कहा कि इस संबंध में जांच की जा रही है। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।