पूर्णिया। फार्मा कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने कंपनी में नेटवर्किंग के लिए दबाव बनाने के लिए बंधक बनाए गए करीब 200 लडक़ों को भी मुक्त कराया है। इस मामले में कंपनी के 11 लोग नामजद किए गए हैं। इनमें से पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह है मामला
ठगों के चंगुल से बचकर भागे पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के गनाहार निवासी अखिल मंडल ने एसपी कार्तिकेय के शर्मा को आपबीती बताई। एसपी ने बिना देर किए पुलिस टीम को अखिल मंडल के बताए स्थानों पर छापेमारी का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस ने सदर थाना क्षेत्र के उन सभी स्थानों पर छापेमारी कर देर रात लगभग 200 लडक़ों मुूक्त कराया। पुलिस ने इन सभी लडक़ों से पूछताछ की तो इस गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ।
अखिल मंडल ने पुलिस को बताया कि उसके घर के पास गांव के सुकुमार राय ने उसे फोन करके जॉब दिलाने का झांसा दिया। सुकुमार राय के कहने पर नौकरी कन्फर्मेशन के बाद उसे सरना चौक स्थित एक लॉज पर रखा गया। जहां पहले से 30- 40 लडक़े मौजूद थे। वहां प्रशिक्षण देने उपरांत उससे 100 लोगों के फोन नम्बर लिए गए और उनसे कॉन्टेक्ट करने का दबाव दिया गया। जिसके बाद वह नजर बचाकर भाग निकला।
इनको किया गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नवगांव करदोहो निवासी सुकुमार राय, बंगाल के वीरभूम जिले के निवासी तारा शंकर शर्मा, अररिया जिले के शिवलाल, पश्चिम बंगाल के जहांगीर तथा वीरभूम जिले के निवासी विष्णु मंडल के रूप में हुई है।