झज्जर (हरियाणा)। गर्भपात की दवा ऑनलाइन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी वेबसाइट संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग ने की।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर गर्भपात की दवाएं खुलेआम बेची जा रही हैं। इस पर विभाग ने ऑनलाइन दवा मंगवाई। 14 दिन बाद दवा की डिलीवरी होते ही वेबसाइट संचालकों के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया गया है।

विभाग को सूचना मिली थी कि एक वेबसाइट पर ऑनलाइन ऑर्डर लेकर एमटीपी किट बेची जा रही है। ऐसा गैरकानूनी है और इससे भ्रुण हत्या को बढ़ावा मिल रहा है। इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने फर्जी ग्राहक बनकर इस वेबसाइट पर नकेल कसी।

पीएनडीटी कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ. संदीप कुमार ने बताया कि एमटीपी किट की ऑनलाइन बिक्री की सूचना पर उन्होंने ड्रग कंट्रोल ऑफिसर प्रतिभा से संपर्क साधा। इसके बाद फर्जी ग्राहक बनकर एमटीपी किट के लिए ऑनलाइन ऑर्डर किया। इसके लिए 10 मार्च को 700 रुपये 72 पैसे का ऑनलाइन भुगतान भी किया। 24 मार्च को कूरियर से पार्सल पॉलीक्लीनिक सेक्टर-6 सिविल सर्जन कार्यालय झज्जर पहुंचा। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। एमटीपी किट की पुष्टि होने पर पुलिस ने वेबसाइट (हेर्लिफ.इन) व अन्य के खिलाफ के मामला दर्ज कर लिया है।

सिविल सर्जन डॉ. जयमाला ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि वेबसाइट पर ऑर्डर करके एमटीपी किट मिलती है। इसके बाद अभियान चलाकर ऑनलाइन एमटीपी किट बेचने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है।