आगरा (उप्र)। अवैध प्राइवेट क्लीनिक पर छापेमारी के दौरान सरकारी दवाएं बरामद हुई। यह क्लीनिक बमरौली कटारा के नवामील जनौरा रोड स्थित घर में संचालित किया जा रहा था। यही नहीं, यहां अप्रशिक्षित स्टाफ मरीज को इंजेक्शन लगा रही थी। सरकारी और सैंपल की दवाओं को सील कर दिया गया है और संचालक के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

यह है मामला

सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने शिकायत मिलने पर पुलिस के साथ एसएन क्लीनिक पर छापा मारा। बोर्ड पर सुशील शर्मा नाम अंकित था। एक युवती मरीज को इंजेक्शन लगाते हुए पकड़ी गई। उसने अपना नाम और चिकित्सकीय डिग्री नहीं बताई। वहीं, कमरे में भारी संख्या में दवाओं का भंडारण मिला। जांच करने पर सरकारी दवाएं (उत्तर प्रदेश सप्लाई), सैंपल की दवाएं मिलीं। कई दवाओं पर बैच नंबर भी मिटा दिए थे। सिरिंज, फ्ल्यूड बोतलें, आईबी सेट, बीपी मापक, आईबी स्टैंड समेत अन्य चिकित्सकीय सामान मिला।

निरीक्षण के समय मिले जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि वह संचालक के पिता हैं। बेटा सुशील कुमार होम्योपैथिक चिकित्सक है। उन्होंने संचालक से फोन पर बात कराई। उनको क्लीनिक पर बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आए। क्लीनिक का पंजीकरण भी नहीं पाया गया।

ऐसे में चिकित्सकीय उपकरण और दवाओं को कमरे में बंद कर सील कर दिया। दवाओं की जांच करने के लिए औषधि विभाग को रिपोर्ट भेजी है। उधर, सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि बमरौली कटारा में दवाओं का भंडारण मिलने की सूचना मिली है। टीम भेजकर इसकी जांच कराएंगे।