पानीपत (हरियाणा)। पानीपत में अवैध गर्भपात दवा की उत्तरप्रदेश से सप्लाई होने का मामला प्रकाश में आया है। गर्भपात की दवाएं शामली और कैराना से सप्लाई हो रही है। वहां से एमटीपी किट की होम डिलीवरी भी हो रही है। शामली में अवैध रूप से गर्भपात के कई मामलों का राजफाश हो चुका है।
यह है मामला
जिले में पिछले छह माह में तीन जगह एमटीपी किट पकड़ी गई। आरोपियों ने पूछताछ में कबूला क िकिट शामली से आई। जुलाई में भी कच्चा कैंप की महिला का कैराना में झोलाछाप ने अवैध गर्भपात किया था। बच्चादानी में कट लगने से महिला की मौत हो गई।
शामली पुलिस ने झोलाछाप पर कार्रवाई नहीं की। गांव पसीना के पास एक मेडिकल स्टोर संचालक से 25 एमटीपी किट पकड़ी थी। पता चला यह किट शामली का एक युवक देकर जाता था। अब तक वह युवक भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। दो अगस्त को समालखा की महिला ने गर्भपात की दवा खा ली। बच्चादानी में भ्रूण के अंश रह गए। महिला की जान पर बन आई। खानपुर मेडिकल कालेज में आपरेशन के बाद जान बची। पता चला कि यह एमटीपी किट गांव खोजकीपुर के राजेश ने सप्लाई की थी।
आरोपित विक्की ने पुलिस को बताया कि राजेश उत्तर प्रदेश और दिल्ली से किट मंगवाता है।
स्वास्थ्य विभाग ने आठ बार उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में दबिश दी है और गर्भपात की दवाएं बेचने का राजफाश किया है। सिविल सर्जन डा. विजय मलिक ने कहा कि लिंगानुपात को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। इसके लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। एमटीपी किट बेचने वालों की सप्लाई चेन तोडऩे पर फोकस है। डाक्टरों की टीमें शहर में अल्ट्रासाउंड केंद्रों का निरीक्षण कर रही हैं।