सलूणी (चंबा)। नशीली दवा के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस के सहयोग से सलूणी के धुत्ता गांव में आरोपी पिता-पुत्र को दबोचा है। दोनों आरोपी बिना ड्रग लाइसेंस के दवा दुकान चला रहे थे और अवैध रूप से नशीली दवाओं की बिक्री कर रहे थे।

छापेमारी के दौरान 572 नशीले कैप्सूल, चार इंजेक्शन और 176 मेडिकल प्रेग्नेंसी टर्मिनेशन किटें बरामद की गईं। साथ ही, 43 प्रकार की ऐलोपैथिक दवाएं जब्त की गई। इनकी कीमत 1.88 लाख रुपये बताई गई है।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग को एक सरकारी स्कूल और कॉलेज के पास बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयों के खाली रैपर मिले थे। शक होने पर विभाग ने जांच शुरू की और संबंधित दवा कंपनियों को नोटिस जारी किए। कंपनियों से इन दवाओं को खरीदने वालों का रिकॉर्ड मांगने पर सलूणी के धुत्ता गांव निवासी आशिक मोहम्मद और उसके पिता जाकिर हुसैन का नाम सामने आया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस टीम के साथ धुत्ता गांव में छापेमारी की।

दुकान, घर और यहां तक कि गोशाला में भी नशीली दवाएं छुपाकर रखी मिलीं। विभाग ने सभी दवाइयों को जब्त कर लिया और आरोपी आशिक मोहम्मद को नोटिस जारी कर सात दिनों में जवाब मांगा है। सहायक राज्य दवा नियंत्रक निशांत सरीन ने बताया कि मामले में कानूनी कार्रवाई जारी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।