रायपुर (छत्तीसगढ़)। मेडिकल स्टोर संचालक के घर पर अवैध दवाओं का भंडाफोड़ हुआ है। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में दवाइयां मिलीं हैं। इनकी कीमत लगभग पचास लाख रुपये बताई जा रही है। दवा कारोबारी ने अपने घर को ही अवैध गोदाम में बदल रखा था। इनमें ज्यादातर जेनेरिक दवाएं थीं। इनमें पेनकिलर, कफ सिरप और सर्दी-जुकाम की दवाइयां प्रमुख रूप से शामिल हैं। यह कारोबारी नकली दवा प्रकरण में भी संदेह के दायरे में है।

यह है मामला

सारंगढ़ में नकली दवा प्रकरण की जांच अब बड़े स्तर पर पहुंच चुकी है। औषधि निरीक्षकों की टीम ने सरस्वती मेडिकल स्टोर्स के संचालक के घर की तलाशी ली। खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने व्यापारी खेमराम केसरवानी के निवास स्थान में सर्च की। दुकान के अलावा घर के पीछे विशेष रूप से बनाया गया स्टोर भी मिला। यहां बड़ी मात्रा में बिना किसी वैध दस्तावेज के दवाइयां रखी गई थीं।

सुरक्षित तरीके से स्टोरेज के नियमों का पालन भी नहीं किया गया था। अधिकारियों ने इसे अवैध भंडारण मानते हुए मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले उसकी दुकान से भी संदिग्ध दवाइयां जब्त की गई थीं। इनका रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया जा सका था। खेमराम का नाम गोगांव में बरामद नकली दवाइयों के मामले से भी जुड़ता दिख रहा है। जांच में पता चला कि उसके मोबाइल से उसी दवा की तस्वीरें मिली हैं, जो ट्रांसपोर्ट में पकड़ी गई थीं। अब जांच का दायरा और बढ़ाया जा रहा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक दीपक अग्रवाल के निर्देश पर विशेष टीम गठित की है। जांच एजेंसियों का कहना है कि जब तक पूरा नेटवर्क स्पष्ट नहीं हो जाता, कार्रवाई जारी रहेगी।