हैदराबाद। स्टेरॉयड इंजेक्शन की अवैध बिक्री करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 3.15 लाख रुपये की 217 शीशियाँ जब्त की गईं हैं। यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर की टास्क फोर्स और आसिफनगर पुलिस ने की।
यह है मामला
पुलिस ने बॉडी बिल्डिंग में इस्तेमाल होने वाले मेफेन्टरमाइन सल्फेट (स्टेरॉयड) इंजेक्शन की शीशियों को अवैध रूप से खरीदने और बेचने में शामिल चार लोगों के गिरोह को पकड़ा है। उनके पास से 3.15 लाख रुपये की 217 शीशियाँ जब्त की गईं। ये बिना किसी वैध लाइसेंस या डॉक्टर के पर्चे के इसे खरीदकर ग्राहकों को बेच रहे थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में मुख्य सप्लायर और जिम ट्रेनर राशिद खान उर्फ राश, एक थेरेपिस्ट मोहम्मद आफताब हुसैन, एक छात्र मोहम्मद हबीब उद्दीन उर्फ जुनैद और एक तकनीशियन मोहम्मद रहमत शामिल हैं। उन्होंने बिना किसी वैध लाइसेंस या डॉक्टर के पर्चे के कूरियर के जरिए दिल्ली से अवैध रूप से इंजेक्शन खरीदे और उन्हें शहर में ग्राहकों को बेचा।
जांच में पता चला कि राशिद खान को पहले भी चंद्रायनगुट्टा पुलिस ने इन इंजेक्शनों को बेचने के आरोप में 2022 में पकड़ा था। हाल ही में एबिड्स पुलिस ने भी इसी तरह के अपराध के लिए उस पर मामला दर्ज किया था। महाराष्ट्र निवासी यह आरोपी हैदराबाद चला गया और जिम ट्रेनर के तौर पर काम करने लगा।
अतिरिक्त डीसीपी कमिश्नर के अनुसार, राशिद को बाजार में मेफेन्टरमाइन सल्फेट इंजेक्शन आईपी 30 एमजी की उच्च मांग के बारे में पता था। उसने इंडियन मार्ट नामक वेबसाइट के माध्यम से इंजेक्शन की शीशियों का ऑनलाइन ऑर्डर कर मंगाया। फिर उसने अपने दोस्त मोहम्मद आफताब हुसैन को शीशियां बेचने के लिए इस्तेमाल किया। मोहम्मद आफताब हुसैन ने अपने सहयोगियों मोहम्मद हबीब उद्दीन और मोहम्मद रहमत के साथ मिलकर जिम, कॉलेज और स्थानीय इलाकों में इंजेक्शन की शीशियों को बहुत अधिक कीमतों पर बेचा।