पुणे। नकली कैंसर इंजेक्शन बेचने के मामले का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक को पिंपरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन नकली कैंसर इंजेक्शन को भारत में बिक्री के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान प्रथमेश नगरी निवासी 42 वर्षीय श्रीप्रसाद श्रीहरि कुलकर्णी के रूप में की गई है। अधिकारियों ने उसके पास से 3.5 लाख रुपये मूल्य के नकली कैंसर इंजेक्शन के दो बक्से जब्त किए हैं। इनमें से प्रत्येक को उसने 1 लाख रुपये में बेचा था।

ऐसे खुला राज

जानकारी अनुसार जनवाड़ी निवासी 42 वर्षीय महेश विष्णु कांबले ने पिंपरी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया गया कि कैंसर के इलाज के लिए टाकेडा फार्मास्युटिकल लिमिटेड द्वारा निर्मित एडसेट्रिस नामक इंजेक्शन भारत में बिक्री के लिए निर्मित नहीं किया जाता है। दवा कंपनी ने कांबले को सूचित किया कि कुलकर्णी पुणे में दवा के नकली संस्करण बेच रहा था।

शिकाायतकर्ता को पता चला कि आरोपी केवल कैंसर रोगियों को दवाएं बेच रहा था। इसलिए आरोपों की पुष्टि के लिए कैंसर पीडि़त महिला से दो इंजेक्शन का ऑर्डर देने को कहा गया। कुलकर्णी ने नकली इंजेक्शन के लिए उनसे दो लाख रुपये लिए। महिला ने इंजेक्शन को सत्यापन के लिए दवा कंपनी को भेजा, जिसने जांच के बाद पुष्टि की कि वे नकली थे।

तब कांबले ने पिंपरी पुलिस को घटना की सूचना दी। इसके बाद महिला ने फिर से दो इंजेक्शन का ऑर्डर दिया। कुलकर्णी को तब पकड़ा गया, जब वह निरामय अस्पताल में नकली इंजेक्शन देने आया था। तलाशी के दौरान पुलिस को साढ़े तीन लाख रुपये कीमत के नकली इंजेक्शन के दो डिब्बे मिले। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।