आगरा (उप्र)। मेडिकल एजेंसी के गोदाम पर करोड़ों की दवाएं जब्त की हैं। नकली दवा गिरोह की धरपकड़ में मोती कटरा स्थित श्री राधे मेडिकल एजेंसी के गोदाम पर जांच की। दूसरी मंजिल पर बने गोदाम में करोड़ों की दवाएं रखी मिलीं। इनमें डायबिटीज सहित अन्य दवाएं शामिल हैं। टीम ने इसके मालिक से संपर्क किया। उनका नंबर बंद आया। देर रात दवाओं के सैंपल लिए गए।
यह है मामला
औषधि विभाग ने 87 लाख की दवाओं से भरे टेंपो को पकड़ा था। दवाओं की जांच में नकली दवाएं मिली थीं। इसकी पुष्टि होने पर हे मां मेडिकल एजेंसी पर टीम पहुंची थी। संचालक हिमांशु अग्रवाल ने एक करोड़ की पेशकश की थी। टीम ने रुपयों के साथ उसे पकड़ लिया था। बाद में बंसल मेडिकल एजेंसी पर भी टीम गई थी। मामले में दो मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इसमें हिमांशु अग्रवाल को जेल भेजा जा चुका है। दूसरा मुकदमा नकली दवाओं के मामले में छह लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है।
इसमें हे मां फर्म का संचालक, लखनऊ की दो फर्मों, कुरियर कंपनी के दो संचालक और एक एजेंट भी शामिल हैं। फरार आरोपियों की तलाश में टीम लगी है। उधर, दवाओं की जांच की कार्रवाई अभी जारी है। टीम ने मोती कटरा स्थित श्री राधे मेडिकल एजेंसी के गोदाम पर रेड की। यहां पर गोदाम को सील हटाकर जांच की गई। इनमें भारी मात्रा में दवाएं मिलीं।
राधे मेडिकल एजेंसी का मालिक दीपक सिंघल हे मां मेडिकल एजेंसी के संचालक हिमांशु अग्रवाल का भाई है। एजेंसी के मालिक दीपक सिंघल का होलसेल का लाइसेंस है। पहली मंजिल पर भारी मात्रा में दवाएं बरामद की गईं। गोदाम में कई कार्टन और रैक में दवाएं मिली हैं। दूसरी मंजिल पर भी गोदाम में कई कार्टन में दवाएं भरी मिलीं। कई करोड़ की दवाएं मिलने की आशंका है। दवाओं के सैंपल जांच को भेजे गए हैं।










