सर्जरी के बाद क्यूं होती है बार-बार पथरी, पता लगा

चंडीगढ़: सर्जरी के बाद बार-बार पथरी इलाज के बाद भी पेंक्रिएटाइटस जैसी बीमारियां हो रही हैं तो इन बीमारियों के साथ पैरा थॉयराइड हार्मोन का चेकअप करवाना भी जरूरी है। इलाज के बाद भी पथरी और पैनक्रिएटाइटिस जैसी बीमारियों का कारण मरीज के शरीर में पैरा थॉयराइड हार्मोन का जरूरत से ज्यादा होना है। इसलिए बार-बार होने वाली पथरी और पैनक्रिएटाइटिस इसी हार्मोन की वजह से हो रही है।
पीजीआई में एंडोक्राइनोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. संजय भडाडा ने इस हार्मोन का पता लगा कर इसको पैदा होने से रोकने का तरीका भी ढूंढा है। प्रो. संजय को मेडिकल साइंटिस्ट अवॉर्ड दिया गया है। राजस्थान से एमबीबीएस करके मेडिकल साइंस की फील्ड में इलाज के नए तरीके ढूंढने वाले डॉक्टरों को ये अवॉर्ड दिया जाता है। प्रो. शूरवीर सिंह ट्रस्ट मेमोरियल ने ये अवॉर्ड दिया है।
चंडीगढ़ में मरीजों का सर्वे : इलाज के बाद भी बार-बार होने वाली इन बीमारियों का कारण बनने वाले पैरा थॉयराइड हार्मोन के ऐसे मरीजों को चंडीगढ़ में भी पता लगाया जा रहा है। डॉ. भडाडा बताते हैं कि अभी हमने ये देश भर के मरीजों की हिस्ट्री के बाद इन बीमारियों को ठीक करने का तरीका ढूंढा है। लेकिन अब चंडीगढ़ शहर में भी कम्युनिटी स्टडी करके ऐसे लोगों को चेक करेंगे कि शहर में ऐसे लोगों की संख्या कितनी है।

शरीर में जरूरत से ज्यादा बन चुका पैरा थॉयराइड हार्मोन कैल्शियम को खून में पहुंचाता है तो फिर ये कैल्शियम यूरीन के रास्ते से बाहर निकलता है। लेकिन ये कैल्शियम अब किडनी में स्टोन यानी पथरी या फिर पैनक्रिएटाइटिस जैसी बीमारी शुरू कर देता है। मरीज पथरी की सर्जरी करवा देता है लेकिन कुछ टाइम बाद ये बीमारी दोबारा हो जाती है। इसी तरह पैनक्रिएटाइटिस का इलाज होने के बाद भी ये बीमारी दोबारा होती है।
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