मोमबत्ती की रोशनी में पुरुष स्टाफ ने किया महिलाओं का प्रसव, अस्पताल का रजिस्ट्रेशन कैंसिल

अस्पताल
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मैनपुरी। मोमबत्ती की रोशनी में पुरुष स्टाफ से महिलाओं के प्रसव कराए जाने से निजी खुशी हॉस्पिटल का पंजीकरण जांच रिपोर्ट के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए.के. पांडेय ने निरस्त कर दिया है। मैनपुरी जिले के थाना दन्नाहार क्षेत्र के नेकापुर निवासी मुनीश कुमार ने अपनी पत्नी अनीता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर स्थानीय खुशी हॉस्पिटल में 13 जनवरी को रात के समय भर्ती कराया था। देर रात अनीता ने विषम परिस्थितियों में एक बच्चे को जन्म दिया। महिला के परिजनों ने जानकारी मिलने पर अस्पताल के पुरुष स्टाफ पर मोमबत्ती की रोशनी में प्रसव कराये जाने का आरोप लगाया, जिससे हंगामा मच गया।

इस मौके पर पहुंची पुलिस पीडि़ता के पति, डॉक्टर व स्टाफ को कोतवाली लाई। यहां दोनों पक्ष में समझौता हो गया। स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिली तो सीएमओ ने अपनी जांच शुरू की। खुशी हॉस्पिटल की जांच के लिए डॉ. आरपी सिंह, प्रभारी डॉ. विकास गुप्ता ने अपनी जांच रिपोर्ट सीएमओ डा. एके पांडेय को दी। बताया गया कि खुशी हॉस्पिटल का पंजीकरण डॉ. अनिल अग्रवाल के नाम से है। जांच में बताया गया कि अस्पताल में बायो वेेस्ट के कोई साधन और प्रशिक्षित स्टाफ भी नहीं था। फिर भी ऑपरेशन होते थे। जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि ऐसी खामियां होने पर उक्त हॉस्पिटल का संचालन किया जाना उचित नहीं है। जांच अधिकारी की रिपोर्ट पर मु य चिकित्साधिकारी मैनपुरी ने खुशी हॉस्पिटल का पंजीकरण निरस्तीकरण कार्यवाही  की। उन्होंने कहा कि अधूरे मानक वाले प्राइवेट नर्सिंग होम, हॉस्पिटल, पैथोलॉजी सेंटर नहीं चलने दिए जाएंगे।

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