मुंबई। होम्योपैथ को एलोपैथी की प्रैक्टिस की अनुमति देने वाले आदेश वापस ले लिए गए हैं। महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल (एमएमसी) के आदेश पर अस्थायी रोक लगा दी ह। इस आदेश में होम्योपैथी चिकित्सकों को आधुनिक चिकित्सा पद्धति अपनाने की अनुमति दी गई थी। यह रोक भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद लगाई गई।

बैठक के बाद एक अधिसूचना जारी की गई। इसमें उल्लेख किया गया कि दो महीने के भीतर सरकार को सिफारिशें देने के लिए एक समिति गठित की जाएगी। महाराष्ट्र सरकार ने एमएमसी को निर्देश दिया है कि वह होम्योपैथी चिकित्सकों के पंजीकरण की प्रक्रिया रोक दे।

आईएमए के राज्य अध्यक्ष संतोष कदम ने कहा कि हमने सीएम को इस मामले में अदालती फैसले दिखाए। वह भी इस बात से सहमत हैं कि यह मामला अदालत की अवमानना है और उन्होंने समिति को आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि हम इस कदम का स्वागत करते हैं और यह मरीज़ों की सुरक्षा और जनता के विश्वास का मामला है।

आईएमए ने 24 घंटे की हड़ताल करने और 14 जुलाई को मुंबई में एक रैली निकालने का फैसला किया था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आश्वासन के बाद इसे रोक दिया गया। आईएमए, एमएसआरडीए और महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स ने होम्योपैथिक डॉक्टरों को एलोपैथिक दवाएँ लिखने के लिए पंजीकृत करने के फैसले का विरोध किया है। आईएमए ने कहा कि होम्योपैथिक को आधुनिक चिकित्सा पद्धति में काम करने की अनुमति से लोगों के स्वास्थ्य और मरीजों के जीवन को खतरा हो सकता है।