मुंबई। प्रतिबंधित दवा ट्रामाडोल सहित 1.5 लाख से अधिक गोलियां जब्त की गईं हैं। इन दवाओं का ब्रिटेन को अवैध निर्यात करने के आरोप में 2 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सीमा शुल्क अधिकारियों ने की।
यह है मामला
सीमा शुल्क अधिकारियों ने विदेश में दवाइयों का निर्यात करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से ट्रामाडोल, अल्प्राजोलम, डायजेपाम, ज़ोलपिडेम और नाइट्राजेपाम की कई गोलियां जब्त की हैं। इस खेप के यूके स्थित रिसीवर की भी पहचान की है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान राजस्थान निवासी पी. कुमार और विरार निवासी यू. कुमार के रूप में हुई है। बताया गया कि 2 फरवरी को हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय कूरियर टर्मिनल पर निर्यात पार्सल की नियमित जांच की और एक पार्सल को मल्टीविटामिन और मल्टीमिनरल्स टैबलेट होने पर बक्से खोले गए तो उनमें ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट यू.एस.पी. ट्रेकेन-100 लेबल वाली गोलियों की पट्टियाँ पाई गईं। उक्त पार्सल पी. कुमार की विरार स्थित कंपनी द्वारा निर्यात किया जा रहा था।
पार्सल की जांच में कुल 1227 पट्टियां बरामद हुईं, जिनमें से प्रत्येक पट्टी में 10 गोलियां थीं। इन्हें जब्त कर लिया गया। इसके बाद सीमा शुल्क अधिकारियों की टीम पी. कुमार और यू. कुमार की विरार स्थित कंपनियों की दुकान परिसर की तलाशी लेने गई। टीम को ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट यू.एस.पी. ट्रेकेन -100 की 12270 गोलियां, एलओआर-2 (लोराज़ेपाम टैबलेट आईपी 2 एमजी) की 710 गोलियां, आरएलएएम-1 (अल्प्राज़ोलम टैबलेट आईपी इमेज) की 75 गोलियां, एएलपीजेड-1 की 14130 गोलियां, अल्पाक्योर 1 एमजी की 20400 गोलियां मिलीं।
सीमा शुल्क अधिकारी ने कहा कि पी. कुमार ने कहा कि उन्हें पार्सल में क्या था, इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यू. कुमार से पता चला कि उन्होंने पार्सल में ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड नामक दवा रखी थी, जो एनडीपीएस अधिनियम के तहत आने वाला मादक और मन:प्रभावी पदार्थ है।