वॉशिंगटन। कोरोना वैक्सीन आने के बाद लोगों के मन में तरह – तरह के सवाल बने हुए है। लेकिन इस कड़ी में सबसे बड़ा सवाल तो ये था कि क्या ये कोरोना वैक्सीन बच्चो के लिए सेफ है या फिर नहीं ? गौरतलब है कि ज्यादातर कैंडिडेट्स को वयस्कों पर टेस्ट किया गया था और उन्हीं का वैक्सिनेशन शुरू भी हुआ था। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता कायम थी। अब अमेरिकी कंपनी Pfizer ने एक बड़ी राहत की खबर देते हुए बताया है कि कोविड-19 का उसका टीका 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को सुरक्षित करता है। इसके साथ ही बच्चों के स्कूल खुलने का वक्त करीब आने से पहले उन्हें वैक्सिनेट करने की उम्मीद भी जगी है।

अभी तक ज्यादातर वैक्सीन 16 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को दी जा रही थीं। फाइजर का यह ऐलान बच्चों में वैक्सीन के विस्तारित इस्तेमाल के लिए दरवाजा खोल सकता है। 12-15 साल के 2,260 वॉलंटिअर्स पर किए गए टेस्ट के डेटा में पाया गया कि पूरे वैक्सिनेशन के बाद कोरोना इन्फेक्शन का कोई केस नहीं पाया गया। यानी वैक्सीन 100% असरदार बताई गई।

यह स्टडी अभी पब्लिश नहीं हुई है और ज्यादा बड़ी संख्या में वॉलंटिअर्स पर टेस्ट भी नहीं किया गया था लेकिन उम्मीद जगने का एक बड़ा काम बच्चों में मिलीं ऐंटीबॉडीज हैं। वायरस से लड़ने वाली ऐंटीबॉडी बच्चों में बड़ों की तुलना में ज्यादा मिलीं। हालांकि, उन पर साइड इफेक्ट भी बड़ों की तरह दिखे जिनमें दर्द, बुखार, थकान शामिल हैं। स्टडी के लिए अभी दो साल तक वॉलंटिअर्स को ट्रैक किया जाएगा और लंबे वक्त तक सुरक्षा और असर को स्टडी किया जाएगा।

फाइजर और उसके जर्मन पार्टनर BioNTech ने आने वाले हफ्तों में अमेरिकी फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन और यूरोपीय रेग्युलेटरों से इमर्जेंसी में 12 साल तक के बच्चों को वैक्सीन देने की इजाजत मांगने का प्लान बनाया है। कंपनी की कोशिश है कि बच्चों का अगला सत्र शुरू होने से पहले उन्हें वैक्सिनेट किया जाए।

फाइजर के अलावा Moderna भी 12-17 साल के बच्चों पर वैक्सीन टेस्ट कर रही है और जल्द ही उसके नतीजे भी सामने आ सकते हैं। खास बात यह है कि FDA ने दोनों कंपनियों के अब तक के नतीजों पर भरोसा जताते हुए 11 साल तक के बच्चों पर भी वैक्सीन टेस्ट करने की इजाजत दे दी है। पिछले महीने AstraZeneca ने 6 से 17 साल तक के बच्चों पर ब्रिटेन में स्टडी शुरू की है। वहीं, Johnson & Johnson भी स्टडी कर रही है। चीन की Sinovac ने 3 साल तक के बच्चों पर भी अपनी वैक्सीन को असरदार बताया है।