नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वैक्‍सीन को लेकर ख़ुशी का माहौल था तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना वैक्‍सीन से एक महिला स्वास्थ्य कर्मी की मौत से हड़कंप मच गया है। कोरोना वायरस को मात देने के लिए बनी फाइजर की वैक्सीन लगाने के बाद एक महिला की मौत हो गई है। 41 साल की महिला पेशे से स्वास्थ्य कर्मचारी थी। डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, मृतका का नाम सोनिया एसेवेदो है। वैक्सीन लगाने के 48 घंटे बाद नए साल के दिन उनकी घर पर ‘अचानक मौत’ हो गई। बतादें कि वैक्सीन लगवाने के बाद सोनिया ने फेसबुक पर फोटो पोस्ट कर लिखा था कि कोविड-19 का टीकाकरण हो गया। सोनिया के पिता ने बताया कि एक जनवरी को सुबह 11 बजे उन्हें कॉल करके बताया गया कि उनकी बेटी मृत पाई गई हैं।

उन्होंने बताया कि नए साल के मौक पर उन्होंने सुबह का नाश्ता साथ में किया था। पिता ने कहा, ‘मेरी बेटी घर से निकली और मैंने उसे फिर कभी जीवित नहीं देखा। दरअसल पोर्तुगीज इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी के पोर्टो में पीडियाट्रिक्स विभाग में काम करने वाली दो बच्चों की मां में वैक्सीन लगने के बाद किसी तरह के दुष्परिणाम दिखाई नहीं दिए थे। एसेवेदो के पिता अबिलियो एसेवेदो ने पुर्तगाली दैनिक कोरेरियो डा मनहा से कहा, ‘वह ठीक थी। उसे कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। सोनिया उन 538 पोर्टो आईपीओ कर्मचारियों में शामिल थीं जिन्हें फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगाई गई है।

इस बारे में पुर्तगाल मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है। वहीं, सोनिया की बेटी वैनिआ ने कहा कि उनकी मां ने बताया था कि जहां वैक्सीन लगाई गई है, वहां पर बस सामान्य दर्द हो रहा है। बतादें कि अस्पताल ने एक बयान जारी कर कहा, 1 जनवरी, 2021 को पोर्टो आईपीओ से एक परिचालन सहायक की अचानक मृत्यु के संबंध में, निदेशक मंडल ने इस घटना की पुष्टि की और परिवार और दोस्तों को हुए नुकसान के प्रति संवेदना व्यक्त की।

इन परिस्थितियों में मौत के कारण की व्याख्या के लिए सामान्य प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। बतादें कि सोनिया के पिता ने कहा है कि सोनिया में कोरोना के लक्षण भी नहीं थे। मैं नहीं जानता कि क्या हुआ। लेकिन मुझे जवाब चाहिए। मुझे जानना है कि किस वजह से मेरी बेटी की मौत हुई?’ पुर्गताल के अस्पताल ने पुष्टि की है कि 30 दिसंबर को सोनिया को वैक्सीन लगाई गई थी। इसके बाद अस्पताल को किसी भी प्रकार के दुष्परिणाम की जानकारी नहीं दी गई थी।