गरियाबंद (छतीसगढ़)। फार्मासिस्ट को अपने घर में अवैध रूप से क्लीनिक संचालन करने के मामले में पकड़ा है। टीम ने मौके से गर्भपात की प्रतिबंधित दवाएं बरामद की हैं। मामला देवभोग तहसील के ग्राम डोंगरीगुड़ा का है।
प्रशासनिक अमले ने पाया कि फार्मासिस्ट के घर पर तीन कमरों में अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। जब उससे अस्पताल संचालन संबंधी वैधानिक दस्तावेज मांगे गए तो वह इन्हें नहीं दिखा पाया। इसके चलते तहसीलदार ने बीएमओ की मौजूदगी में अस्पताल वाले मकान को सील कर दिया।
देवभोग तहसीलदार चितेश देवांगन धान के अवैध भंडारण की सूचना पर कार्यवाही के लिए गए थे। डोंगरीगुड़ा में अवैध भंडारण की सूचना पर टीम पहुंची तो पाया कि हेमलाल नागेश के घर पर चल रहे अवैध क्लिनिक पर नजर पड़ी। पूछताछ करने पर हेमलाल ताला खोल कर फरार हो गया।
बड़ी गड़बड़ी की आशंका पर मकान की जांच की गई। तीन कमरों में अवैध रूप से संचालित अस्पताल पाया गया। इसके साथ गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली प्रतिबंधित दवा के साथ गर्भ जांच किट समेत 50 प्रकार की दवाएं पाई गई। इन दवाओं की कीमत करीब एक लाख रुपए बताई गई है। इसके अलावा माइक्रोस्कोप मशीन, खून जांच व ड्रेसिंग किट, बीपी, शुगर जांच की मशीन भी मिली हैं। सभी सामान जब्त कर मकान को सील कर दिया गया है।