हजारीबाग (झारखंड)। मेडिकल स्टोरों में छापेमारी के दौरान कई दुकानों में मिली अनियमितता मिली हैं। सभी दवा दुकानदारों से इस बारे स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर संबंधित दुकानों के लाइसेंस रद्द कर दिये जायेंगे।

यह है मामला

जिलेभर में सभी दवा दुकानों पर नारकोटिक दवाओं की बिक्री व भंडारण की जांच की गयी। दवा दुकानों के स्टॉक रजिस्टर का मिलान, खरीद-बिक्री संबंधित दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। नियंत्रित दवाओं की बिना चिकित्सीय परामर्श बिक्री की पड़ताल की। जांच के दौरान अधिकांश दुकानों में अनियमितताएं पायी गयी। अनेक दुकानदार बिना चिकित्सीय पर्ची के दवाइयों की बिक्री करते मिले। कई दुकानों में स्टॉक रजिस्टर और वास्तविक भंडार का मिलान नहीं हो रहा था। अभियान के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गयी थी।

इसमें ड्रग्स इंस्पेक्टर राजीव एक्का, कार्यपालक दंडाधिकारी प्रेम कुमार तथा चिकित्सा पदाधिकारी अमरेश कुमार शामिल थे। ड्रग्स इंस्पेक्टर राजीव एकता ने बताया कि भगत मेडिकल सहित कई दुकानों में खरीद एवं स्टॉक में भारी अंतर मिला। सभी दुकानों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो संबंधित दुकानों के लाइसेंस रद्द कर दिये जायेंगे।