लहेरियासराय ( बिहार)। ब्रांडेड कंपनी के नाम पर नकली दवाओं की बिक्री का मामला पकड़ में आया है। औषधि विभाग की टीम ने अयाचीनगर में मे. कोमल मेडिकल व सर्जिकल में जांच की। जांच के दौरान उन्हें खून की कमी में उपयोग होने वाली दवा पर शक हुआ। पता चला कि उसके एक वायल का अधिकतम खुदरा मूल्य 3600 रुपये था। वायल की पैकिंग पर ब्रांडेड कंपनी का नाम लिखा हुआ था, लेकिन उसे किसी दूसरी कंपनी ने बनाया है। टीम ने दवा स्टोर में मौजूद कुल नौ वायल को जब्त कर लिया।
यह है मामला
सहायक औषधि नियंत्रक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि बेंता थाना क्षेत्र के अयाचीनगर में मे. कोमल मेडिकल व सर्जिकल में जांच की। जांच के दौरान उन्हें खून की कमी में इस्तेमाल होने वाली दवा को जांचा। जांच के दौरान पता चला कि उसके एक वायल का अधिकतम खुदरा मूल्य 36 सौ रुपये था। वायल की पैकिंग पर ब्रांडेड कंपनी का नाम लिखा हुआ था, लेकिन उसे किसी दूसरी कंपनी ने बनाया है।
इसके चलते दुकान में मौजूद कुल नौ वायल को जब्त कर लिया गया। उन्होंने ओरिजिनल कंपनी के प्रतिनिधि से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि यह दवा उनकी कंपनी के नाम पर बनाई गईहै, जो कि नकली है। इस दवा का सैंपल लेकर लैब में जांच करायी जाएगी, ताकि किस मालिक्यूल से वायल का निर्माण किया गया है, इसका पता लगाया जा सके। इसके अलावा उस दुकान से 2140 नारकोटिक्स वायल भी जब्त किये गये।
जब इस वायल का बिक्री बिल मांगा गया तो दुकानदार ने कोई बिल नहीं दिखाया। औषधि निरीक्षक ने बताया कि इस दवा का उपयोग नशे में किया जाता है। छापेमारी टीम में औषधि निरीक्षक संदीप साह, राजेश कुमार कुशवाहा, अर्चना कुमारी व सुनीता प्रसाद शामिल रही।