नई दिल्ली। स्टेरॉयड व प्रोटीन पाउडर के साइड इफेक्ट से युवाओं में कूल्हे खराब होने के मामले सामने आ रहे हैं। हड्डी रोग विशेषज्ञों के एक समूह ने चिंता जताते हुए कहा है कि स्टेरॉयड और असत्यापित प्रोटीन पाउडर के दुरुपयोग से जिम जाने वाले युवाओं के कूल्हों को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है।

यह चेतावनी राजधानी दिल्ली में आयोजित ‘दिल्ली हिप 360’ सम्मेलन के दौरान दी गई। इसमें हड्डी रोग विशेषज्ञों ने युवाओं में एवस्कुलर नेक्रोसिस (एवीएन) और कूल्हे की प्रारंभिक क्षति के मामलों में वृद्धि पर प्रकाश डाला, जोकि आमतौर पर वृद्धों में देखी जाती है।

सम्मेलन के आयोजन अध्यक्ष डॉ. एल. तोमर ने कहा कि हाल के वर्षों में युवा रोगियों में कूल्हे से संबंधित शिकायतों में उल्लेखनीय वृद्धि मिल रही है। हर सप्ताह मेरी ओपीडी मे दो से तीन रोगियों को जिनमें से कई की उम्र 20-29 वर्ष के आसपास होती है, जो लगातार कूल्हे के दर्द की शिकायत करते हैं।

दिल्ली के मैक्स अस्पताल में ऑर्थोपेडिक्स और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट इकाई के प्रमुख डॉ. तोमर ने कहा कि अक्सर जांच में एवस्कुलर नक्रोसिस (एवीएन) का पता चलता है, जो एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कूल्हे की हड्डी में रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाती है। इससे हड्डी बेकार हो जाती है। इनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मामलों में एनाबॉलिक स्टेरॉयड के उपयोग या असत्यापित प्रोटीन पाउडर के अत्यधिक सेवन का इतिहास होता है। हाल के अध्ययनों से पता चला है कि युवाओं में कूल्हे की समस्याओं में वृद्धि हुई है और शराब व स्टेरॉयड का उपयोग युवाओं में एवीएन के लिए प्रमुख कारण है।