लखनऊ (उप्र)। सेक्स पावर की दवा के नाम पर रोगियों को स्टेरॉयड खिलाए जाने का मामला सामने आया है। चार सेक्सोलोजिस्ट क्लीनिकों से लिए गए दवा के सैंपल जांच में फेल मिले हैं।
यह है मामला
चारबाग और हुसैनगंज में सेक्स क्लिनिक चला रहे डॉक्टर लोगों को शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर स्टेरॉयड मिलाकर दे रहे थे। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने दो महीने पहले इन क्लिनिकों से लिए दवाओं के सैंपल की जांच की और ये दवाएं गुणवत्ता जांच में फेल पाई गई। आरोपी क्लिनिक संचालकों को नोटिस भेजकर केस चलाने की तैयारी की जा रही है।
एक शख्स ने शिकायत की थी कि हुसैनगंज और चारबाग की पांच सेक्स क्लिनिकों के सेक्सोलॉजिस्ट आयुर्वेद दवा के नाम पर मरीजों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस पर एफएसडीए की टीमों ने एपी सेन रोड स्थित डॉ. एके जैन, हजरतगंज स्थित एसके जैन, हुसैनगंज स्थित राणा डिस्पेंसरी, हुसैनगंज चौराहा बासमंडी स्थित डॉ. पीके जैन और चारबाग के पानदरीबा स्थित डॉ. ताज क्लिनिक में छापेमारी कर दवाओं के दस सैंपल लेकर मेरठ की लैब भेजे थे।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (औषधि अनुभाग) के अधिकारियों के मुताबिक, पहली जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे साफ हो गया कि आयुर्वेद की दवाओं में सेक्स पोटैंसी बढ़ाने के लिए अतिरिक्त दवाएं नहीं मिलाई गई थीं, लेकिन स्टेरॉयड की जांच पॉजीटिव आई है। इससे साबित होता है कि कुछ देर तक लोगों का स्टेमिना बढ़ाने के लिए स्टेरॉयड मिलाकर आयुर्वेद की दवाएं दी जा रही थीं।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (औषधि अनुभाग) के सहायक मंडल आयुक्त ब्रजेश कुमार के मुताबिक, जांच में सिर्फ एके जैन की क्लिनिक से ब्रैंडेड कंपनी की दवा मिली थी। बाकी क्लिनिक संचालकों को नोटिस जारी किया जाएगा। इसके साथ नारकोटिक्स ऐंड ड्रग की स्पेशल कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा।