मधुबनी (बिहार)। नशीली दवाइयां सप्लाई करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बेनीपट्टी एसडीपीओ निशिकान्त भारती के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के तहत हरलाखी थाने की पुलिस ने पिपरौन गांव के एनडीपीएस मामले में फरार नशीली दवा सप्लाई करने वाले तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और जेल भेज दिया गया है। आरोपियों की पहचान पिपरौन गांव निवासी राहुल सिंह, कन्हैया सिंह व लक्ष्मण गुप्ता के रूप में हुई है। गिरफ्तारी से एक दिन पूर्व बेनीपट्टी एसडीपीओ ने पिपरौन चौक पर राहुल सिंह के दुकान में छापेमारी भी की थी। स्टोर से नशीली दवा भी बरामद की गई, लेकिन दुकानदार वहां से फरार हो गया था।
यह है मामला
एडीपीओ ने बताया कि नेपाल बॉर्डर से सटे पिपरौन गांव में तीनों धंधेबाज नशीली व प्रतिबंधित दवा बेचने का काम करते है । इससे सीमावर्ती इलाके के युवा नशे के शिकंजे में फंस रहे हैं। पूर्व में बॉर्डर पर तैनात पिपरौन एसएसबी कैंप के जवानों ने तीनों आरोपियों के घर व दुकानों में छापेमारी कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा बरामद की थी। छापेमारी के दौरान तीनो धंधेबाज उस समय फरार हो गए। एसएसबी जवानों ने जब्त दवाओं के आधार पर हरलाखी थाना में तीनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसके बाद से ही तीनों फरार चल रहे थे। तीनों को उनके घर और दुकान से गिरफ्तार कर लिया है। दो नामजद धंधेबाज रौशन और मोनू अभी फरार है। गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पिपरौन गांव के अन्य नशीली दवा दुकानदार दुकान बंद करके फरार हो गए। तीनों के विरुद्ध एनडीपीएस मामले में कई केस दर्ज है। पुलिस को तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अन्य धंधेबाजों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।