देवरिया (उप्र)। तीन मेडिकल स्टोर पर रेड कर तीन साल का ब्योरा मांगा है। तीन दवा दुकानों पर ड्रग विभाग ने छापेमारी की। टीम ने नारकोटिक्स दवाओं के बारे में जानकारी ली। तीन साल का ब्योरा तीन दिन के अन्दर मांगा है। निर्धारित समय में सूचना नहीं देने पर कार्रवाई की जाएगी। ड्रग विभाग की छापेमारी से अन्य दवा के दुकानदारों में हडक़म्प है।
यह है मामला
औषधि निरीक्षक आशुतोष दूबे के नेतृत्व में टीम दवा दुकानों की जांच करने निकली। टीम केजरीवाल मेडिकल एजेंसी, भारत मेडिकल एजेंसी पर पहुंची। दोनों प्रतिष्ठानों पर दवाओं के बारे में जानकारी ली। नारकोटिक्स दवा के स्टाक, खरीद-बिक्री की जानकारी ली।
यहां से टीम ठठेरी गली स्थित श्रीराम मेडिकल एजेंसीज पर पहुंची। वहां भी टीम ने दवाओं का स्टाक चेक किया। दवाओं के बारे में जानकारी की। औषधि निरीक्षक ने तीनों दवा दुकानदारों से नारकोटिक्स दवा से संबंधित ब्योरा तलब किया। इसे तीन दिन के अन्दर कार्यालय में उपलब्ध कराना होगा। ऐसा न करने और ब्योरा में गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई हो सकती है।
नारकोटिक्स व कप सीरप का नशे के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। नारकोटिक्स दवाओं का चिकित्सक की सलाह पर सेवन किया जाता है। बिना चिकित्सक के पर्ची पर इन दवाओं बिक्री पर रोक है। लेकिन कुछ लोग इन दवाओं का नशे के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं। उन्हे ऊंचे दाम पर दवाएं उपलब्ध हो जाती हैं। वहीं प्रतिबंधित कफ सीरप की कुछ जगहों पर बिक्री भी की जाती है। कफ सीरप का मामला सामने आने के बाद शासन और प्रशासन गंभीर हो गया है। कफ का भी नशे के रूप में प्रयोग हो रहा है। नारकोटिक्स और कफ सीरप का सेवन नुकसानदेह साबित होता है।










