लखनऊ (उप्र)। नशीली दवा की तस्करी में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपयिों के कब्जे से दो लाख रुपये कीमत की दवाएं भी जब्त की गई है। ये दवाएं मानसिक अवसाद और नींद की बीमारियों में काम आती हैं। दोनों आरोपियों को मदेयगंज पुलिस और एफएसडीए की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि इन दवाओं की खरीद-फरोख्त डॉक्टर के जरिए होती है। आरोपियों के पास से मिली दवाओं को जांच के लिए लैब में भेजा गया है।

यह है मामला

एसआई सकीना खान ने बताया कि पक्के पुल के पास से ठाकुरगंज निवासी पीयूष तिवारी और वजीरगंज निवासी मो. सलमान को गिरफ्तार किया गया। पीयूष तिवारी की अमीनाबाद में मेसर्स ऋषि फार्मा के नाम से दुकान है। जांच के दौरान टीम ने आरोपियों के पास से कोडिन सिरप और एल्प्राजोलम टैबलेट बरामद की। ओवर द काउंटर इन दवाओं को बेचने पर रोक है। ऐसे में इन दवाओं की तस्करी की जाती है।

सहायक आयुक्त एफएसडीए ब्रजेश कुमार ने बताया कि पीयूष तिवारी के पास ड्रग लाइसेंस है। इसके चलते उसे दवाएं आसानी से मिल जाती हैं। बरामद हुई दवाओं का स्टॉक मेंटेन भी करना होता है। जांच में पता चला कि पीयूष ने ड्रग लाइसेंस का दुरुपयोग किया है। फिलहाल उसके लाइसेंस को कैंसिल करने की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। वहीं, दवाओं के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं।