खैरनगर (मेरठ)। दवा दुकानों पर छापेमारी के विरोध में विक्रेताओं ने हंगामा कर दिया। दवाई विक्रेताओं के ड्रग्स विभाग और पुलिस टीम का घेराव कर डाला। इस दौरान पूरा खैरनगर बाजार बंद कर धरना प्रदर्शन किया गया। आखिरकार पुलिस को वापस लौटना पड़ा। हालांकि ड्रग्स विभाग की टीम ने इस दौरान कई दुकानों से दवा के सैंपल लिए हैं। इस मामले को लेकर दवा व्यापारियों ने कमिश्नर से मिलने की बात कही है।

यह है मामला

ड्रग्स इंस्पेक्टर पीयूष और प्रियंका चौधरी ने पुलिस के साथ खैरनगर बाजार के दवा स्टोरों पर छापा मारा। व्यापारियों ने टीम का घेराव कर हंगामा कर दिया। करीब चार बजे खैरनगर का दवा बाजार बंद हो गया। दवा व्यापारियों ने हंगामा करते हुए धरना प्रदर्शन किया। हंगामे की सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक कमलेश यादव भी फोर्स लेकर मौके पर आ गए। उन्होंने व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया, मगर वो नहीं माने। इस दौरान इंस्पेक्टर की व्यापारियों ने नोकझोंक भी हुई। व्यापारी मौके पर डीएम-एसएसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए।

भारी विरोध के चलते देहली गेट पुलिस लौट गई। इसके बाद करीब छह बजे दवा व्यापारियों ने बाजार खोल दिया। व्यापारी नेता इंद्रपाल सिंह ने कहा कि हम अपनी दुकानों की पुलिस की मौजूदगी में जांच नहीं कराएंगेे। अगर ड्रग्स विभाग इस प्रकार से व्यापारी को बदनाम करेगा, तो हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे। व्यापारियों के साथ ड्रग्स विभाग के अधिकारियों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए।

ड्रग्स विभाग रोज दवा व्यापारियों की जांच करता है, तो वह हमें अवगत कराए, कितनी नकली दवाइयां बाजार से पकड़ी गई हैं। उन पर क्या कार्रवाई हुई है। इस पर असिस्टेंट कमिश्नर ड्रग्स अरविंद गुप्ता का कहना है कि ड्रग्स विभाग की टीम को सुरक्षा के लिए पुलिस को अपने साथ रखना पड़ता है। विभाग अपनी कार्रवाई जारी रखेगा।