एंटीबायोटिक सीरप वेलसेफ-एलबी का सैंपल जांच में निकला फेल

बिजनौर (उप्र)। एंटीबायोटिक सीरप का सैंपल जांच में दोबारा फेल पाया गया है। एंटीबायोटिक सीरप वेलसेफ-एलबी में मानकों के कम सेफिक्सिम की मात्रा मिली। इस कारण सैंपल जांच में फेल मिला। औषधि निरीक्षक, बिजनौर उमेश भारती ने बताया कि जांच में एंटीबायोटिक दवा वेलसेफ-एलबी सीरप का नमूना फेल आया है। अब कंपनी को इस संबंध में नोटिस भेजा जाएगा। साथ ही वाद दायर करने की भी तैयारी चल रही है।

फेल मिल रहे सैंपल

गौरतलब है कि जिले में दवाइयों के सैंपल जांच में लगातार फेल मिल रहे हैं। अब एक और एंटीबायोटिक दवा में मानक के अनुरूप दवाई नहीं मिली। वेलसेफ-एलबी सीरप एक एंटीबायोटिक दवा है। जो पेट के इंफेक्शन में काम आती है। इसका सैंपल भी फेल मिला है। इस दवा में सेफिक्सिम और लैक्टिक एसिड बेसिलस का मिश्रण है।

यह है मामला

औषधि निरीक्षक ने सीरप का सैंपल बीते फरवरी माह में नहटौर के मोहल्ला तकिया गढ़ी से आदेश कुमार के मेडिकल स्टोर से लिया था। यह दवा एमेंटिस बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड, सिडकुल हरिद्वार कंपनी से निर्मित है। दवाई वेलनेक्स लाइफ साइंस फार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा बेची गई। जांच में पर्याप्त साल्ट नहीं मिला है। इसके चलते बीमारी में यह दवा कम असरदार होगी। इससे पहले जनवरी से अब तक करीब छह सैंपल जांच में मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अनुसार फरवरी में एंटीबायोटिक कैल्वाशड टेबलेट का नमूना जांच में नकली पाया गया। इसमें अमोक्सीसिलिन और पौटेशियम क्लैवुलैनेट का मिश्रण था। मार्च में रैबकस डीएसआर कैप्सूल और स्कोरैब-डीएसआर कैप्सूल का सैंपल जांच में फेल आया है।

अस्तित्व में नहीं मिलीं तीन दवा कंपनियां

कई दवाइयों के सैंपल जांच में फेल आने पर उन कंपनियों का निरीक्षण किया गया। औषधि निरीक्षक ने बताया कि निरीक्षण में मैसर्स डॉक्टर जी फार्मा प्राइवेट लिमिटेड सिडकुल हरिद्वार, मैसर्स मैक्सवेल फार्माल्युशन प्राइवेट लिमिटेड सेलापुरी देहरादून, मैसर्स मैडोकॉल फार्मास्युटिकल प्राइवेट लिमिटेड पुहाना इकबालपुर हरिद्वार कंपनी अस्तित्व में नहीं मिलीं।