रायपुर (छत्तीसगढ़)। नकली आई ड्रॉप की सप्लाई के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया गया है। राज्य के अस्पतालों और मेडिकल स्टोर्स पर नकली आई ड्रॉप की भारी मात्रा में सप्लाई हो रही है। ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने कई मेडिकल स्टोर्स और अस्पताल में दबिश देकर जांच की तो इसका खुलासा हुआ।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने राजधानी के अलग-अलग स्थानों पर आंखों की नकली ड्रॉप को जब्त किया है। टीम ने लाखों रुपये की नकली दवा, ब्रांडेड दवा की नकली पैकिंग मटेरियल को जब्त किया है।
ऐसे किया रैकेट का पर्दाफाश
खाद्य और औषधि नियंत्रक दीपक सोनी ने बताया कि विभाग को एक आई ड्राप की पैकिंग पर संदेह हुआ। ओरिजिनल आई ड्रॉप से पैकिंग का मिलान किया तो नकली आई ड्रॉप सप्लाई का पता चला। इससे विभाग की टीम हरकत में आ गई। शक पुख्ता होने पर खाद्य और औषधि नियंत्रक दीपक सोनी ने टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए। टीम छत्तीसगढ़ आई अस्पताल के श्री साईं मेडिकल स्टोर्स पहुंची। यहां जांच कर नकली एमएफसी डी आई ड्रॉप को जब्त किया।
नकली दवा के साथ भारी मात्रा में प्रिंट मटेरियल जब्त
टीम ने मेडिकल से डिस्ट्रीब्यूटर की जानकारी मिलने के बाद चंगोराभाठा के शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स पर छापा मारा। यहां से भी नकली दवा के साथ भारी मात्रा में प्रिंट मटेरियल जब्त किया गया। टीम को पता चला कि शकुंतला डिस्ट्रीब्यूटर्स के संचालक द्वारा पंडरी स्थित ए आर प्रिंटर्स से नकली प्रिंट मटेरियल छपवाया जाता था। इसे अन्य कंपनी के आई ड्रॉप्स में चिपकाकर बेचा जाता था।
मामले में शंकुन्तला डिस्ट्रीब्यूटर्स के संचालक द्वारा हिमाचल प्रदेश में निर्मित औषधि एवी मॉक्स डी औषधि के लेबल को हटा कर एम्एफसीडीआई ड्राप का नकली प्रिंट मटेरियल खुद ही छपवाकर औषधि एवी मॉक्स डी में लगाकर बेचा जा रहा था। हालांकि, नकली आई ड्रॉप के इस्तेमाल पर साइड इफेक्ट का अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है।
नकली दवा के कारोबार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
छत्तीसगढ़ के खाद्य और औषधि नियंत्रक दीपक सोनी ने बताया कि प्रदेश में नकली दवाओं, नकली खाद्य पदार्थों के कारोबार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग के कर्मचारियों को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है। टीम लगातार ऐसे मामलों पर नजर रख रही है।