असम। नशीली दवा एस्कफ से भरे एक ट्रक को पकडक़र तस्करी की घटना पर रोक लगाने में पुलिस को सफलता मिली है। असम पुलिस ने आरोपी ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। जब्त की गई दवा एस्कफ को खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इसे नशे के विकल्प के रूप में भी लोग लेते हैं।
एस्कफ की कुल 3,300 बोतलें जब्त की
असम-त्रिपुरा सीमा पर स्थित चुरैबारी चेकपोस्ट पर पुलिस ने नशीले अवैध कफ सिरप से भरे ट्रक को पकड़ा। यह ट्रक गुवाहाटी से अगरतला जा रहा था। ट्रक में विभिन्न सामानों में छिपा कर रखे गए कफ सिरप एस्कफ़ के डिब्बे मिले। यह कोडीन घटक के कारण मादक पदार्थ के रूप में दुरुपयोग के लिए खांसी की दवा है। 22 डिब्बों में पैक किए गए एस्कफ की कुल 3,300 बोतलें जब्त की गई। इनकी बाजारी कीमत करीब 1.6 मिलियन रुपये बताई गई है।
ट्रक ड्राइवर को किया गिरफ्तार
असम पुलिस ने ट्रक के आरोपी ड्राइवर सोनू को हिरासत में ले लिया है और उस पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। आरोपी को करीमगंज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि त्रिपुरा पुलिस को लगातार तीसरे दिन नशीली दवाओं की बरामदगी में सफलता मिली है। गौरतलब है कि चुराईबारी चेकपॉइंट पर नियमित अवरोधों के बावजूद त्रिपुरा के अधिकार क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण नशीली दवा जब्त नहीं हुई है।
पहले भी हो चुकी कफ सिरप की बरामदगी
बता दें कि 13 मार्च को भी पुलिस ने असम-त्रिपुरा सीमा पर भारी मात्रा में कफ सिरप जब्त किया और दो लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने चुराईबारी चेक पोस्ट पर एक ट्रक को रोका, जिसमें लगभग 193 कार्टन अवैध कफ सिरप ब्रांड एस्कफ और फेंसेडिल थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम पश्चिम बंगाल निवासी सदानंद रे और संजय रे बताए गए।