गोरखपुर। नशीली दवा बरामदगी मामले में तीन फर्मों पर छापेमारी का समाचार है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (सीबीएन) की आठ सदस्यीय टीम ने भालोटिया मार्केट में तीन बड़ी फर्मों के दवा स्टॉक की जांच की। बताया गया है कि इस नशीली दवा की बड़ी खेप बिहार की राजधानी पटना में बरामद की गई है। इस दवा का बैच गोरखपुर को भी आवंटित हुआ था।
यह है मामला
स्थानीय होल सेल दवा बाजार भालोटिया मार्केट में एक बार फिर रेड की गई है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नार्कोटिक्स की टीम ने तीन बड़े थोक विक्रेता फर्मों की जांच की है। टीम की अगुआई सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स के सीनियर इंस्पेक्टर अनूप गैरोला और रवि रंजन ने की।
टीम सबसे पहले भालोटिया मार्केट में नशीली दवाओं के थोक विक्रेता फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर पर पहुंची। टीम ने यहां डोमेडाल प्लस दवा संबंधी कागजाता जांचे। यह ट्रामाडोल के फार्मूले जैसी दवा है। बताया जाता है कि इस दवा की बड़ी खेप बिहार की राजधानी पटना में पकड़ी गई है, जिसका बैच गोरखपुर को आवंटित हुआ था।
इसके बाद टीम ने मारुति फार्मा की जांच की। यह एंटी साइकेट्रिक ड्रग के थोक सप्लायर हंै। बताया जाता है कि शहर के कई नामी मानसिक रोग विशेषज्ञों के पास यहीं से दवाएं भेजी जाती हैं। टीम ने खाटू श्याम फार्मा पर भी जांच की है। यहां एबॉट सहित कई कंपनियों के नार्कोटिक्स दवाओं का बड़ा काम होता है, जिसमें कफ सिरप भी शामिल हैं।