पीजीआई में जहरीला इंजेक्शन लगाने से महिला की मौत, भाई समेत 4 अरेस्ट

चंडीगढ़। पीजीआई के गायनी वार्ड में दाखिल एक महिला की मौत हो गई। उसे जहरीला इंजेक्शन दे दिया गया था। करीब 25 दिन जिन्दगी और मौत के बीच जंग लडऩे के बाद आखिर उसने दम तोड़ दिया। सेक्टर-11 थाना पुलिस ने इस मामले में हत्या की धारा भी जोड़ दी है। पता चला है कि मृतका हरमीत को उसके भाई जसमीत सिंह ने ही जहरीला इंजेक्शन लगवाया था।

ये है मामला

राजपुरा निवासी जतिंदर कौर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई गुरविंदर साथ रहता है। उसकी हरमीत से 2022 में इंटरकास्ट मैरिज हुई थी। भाभी को बच्चा होने वाला था। उसे 4 नवम्बर को डिलीवरी के बाद किडनी में प्रॉब्लम आने पर पीजीआई रैफर कर दिया। हालत ठीक होने पर नेहरू हॉस्पिटल के डी ब्लॉक के गायनी वार्ड में शिफ्ट कर दिया था।

भाई ने रची थी साजिश

मृतका के भाई जसमीत सिंह ने ही मनदीप की हत्या की साजिश रची थी। हरमीत का भाई जसमीत उसकी लव मैरिज करने से नाराज था। उसने आरोपियों के साथ मिलकर यूट्यूब पर देखकर 5-5 एमएल के दो जहरीले इंजेक्शन बनाकर आरोपी युवती को दिए थे। इनमें नींद की 5 गोली, कॉकरेच मारने वाला हिट और सैनेटाइजर मिलाया गया था। इस काम के लिए उसने इंजेक्शन लगाने के लिए बूटा सिंह को 10 लाख रुपए देने का वादा किया था। उसने 50 हजार रुपए एंडवास दिए थे। नशीला इंजेक्शन मनदीप ने तैयार किया था। यह इंजेक्शन जसप्रीत कौर नामक महिला से लगवाया गया था।

भाई समेत 4 हो चुके गिरफ्तार

पीजीआई के गायनी वार्ड में दाखिल हरमीत करीब 22 दिन तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ती रही। लेकिन वह बच नहीं पाई। आखिर उसने दम तोड़ दिया। हरमीत को इंजेक्शन लगाने के मामले में पुलिस ने हत्या की धारा जोड़ दी है। पुलिस ने मामले में पीडि़ता हरमीत कौर के भाई जसमीत सिंह, बूटा सिंह निवासी राजपुरा और मनदीप सिंह निवासी पटियाला को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इंजेक्शन लगाने वाली महिला की पहचान भी कर ली गई है। वह संगरूर निवासी जसप्रीत कौर (20) बताई गई है।