फर्जी परमिशन लेटर से दवा सप्लाई का टेंडर लेने का आरोपी सीईओ अरेस्ट

दवा घोटाला

यमुनानगर (हरियाणा)। फर्जी परमिशन लेटर बनाकर दवा सप्लाई का टेंडर लेने के आरोप में सीईओ को गिरफ्तार किया गया है। यह फर्जी पत्र प्रोटेक टेलीलिंक्स फर्म का बनाकर जम्मू कश्मीर से दवाइयों की सप्लाई ली जा रही थी। पुलिस ने आरोपी अजूरा फार्मा न्यूट्रीशियन के सीईओ फरीदाबाद निवासी रितेश चंद्र जैन को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

सात लोग नामजद किए थे

बता दें कि पुलिस ने इस मामले में दिसंबर 2023 में सात लोगों पर केस दर्ज किया था। इनमें से फर्म के सीईओ रितेश चंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस शिकायत में बताया गया कि अनिकेत डिंगरा की सेक्टर 17 स्थित प्रोटेक टेलीलिंक्स फर्म दवाइयां व इंजेक्शन बनाती है। इसके साथ ही मेडिसिन के व्यापार में डील करती है।

जम्मू कश्मीर सरकार ने दवा सप्लाई के लिए टेंडर निकला था।

उनकी फर्म का फरीदाबाद स्थित मैसर्स अजूरा फार्मा न्यूट्रीशियन के डायरेक्टर मदन मोहन, रिक्की चौधरी, नीलेश जैन, सूर्या गुप्ता, सीईओ रजत व सीईओ रितेश चंद्र जैन के साथ व्यापारिक संबंध है। व्यापार के संबंध में अक्सर आरोपितों का यहां अनिकेत डिंगरा के पास आना जाना लगा रहता था। इसी दौरान जम्मू कश्मीर सरकार ने दवा सप्लाई के लिए टेंडर निकला था।

इसमें अनिकेत की फर्म ने जम्मू व कश्मीर में दवाई सप्लाई के टेंडर के लिए आवेदन किया। जवाब में उन्हें जम्मू एंड कश्मीर मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड का पत्र मिला। इससे पता लगा कि आरोपित मदन मोहन की फर्म ने अनिकेत की फर्म के नाम से टेंडर के लिए आवेदन किया हुआ है। इस मामले में जम्मू कश्मीर सरकार ने जांच के लिए टीम गठित की। इसमें अनिकेत से भी पूछताछ की गई। साथ ही आरोपित मदन मोहन व उसकी फर्म के अन्य डायरेक्टरों से भी पूछताछ की गई।

अजूरा फार्मा को ब्लैक लिस्ट किया

आरोपियों ने अनिकेत की फर्म का फर्जी स्वीकृति पत्र बनाकर टेंडर के लिए आवेदन किया हुआ था। जांच में मामला सामने आने पर अजूरा फार्मा को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया। इस मामले में अनिकेत ने सेक्टर 17 थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज करवाया। शिकायत के आधार पर आरोपी सीईओ रितेश चंद्र जैन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।