सोनभद्रा (उप्र)। मृतक आश्रित के रूप में नियुक्त फर्जी फार्मासिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करने के दौरान एक युवक ने फर्जी दस्तावेज और फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर मृतक आश्रित के रूप में फार्मासिस्ट की नौकरी ज्वाइन कर ली।
सोनभद्र में तबादला हासिल कर, सीएचसी नगवां में ड्यूटी भी शुरू कर दी लेकिन एक गुमनाम शिकायत ने सारी पोल खोल कर रख दी। मिली शिकायत के आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने कागजात सत्यापन कराए तो पता चला कि सिर्फ नियुक्ति पत्र ही नहीं, उसकी पात्रता से जुड़े दस्तावेज भी फर्जी हैं।
इस मामले में सीएमओ के निर्देश पर सीएचसी प्रभारी डा. रोहित की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस ने भी फर्रूखाबाद निवासी आरोपी को मुख्यालय स्थित रोडवेज बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद आरोपी का चालान कर दिया गया।
यह है मामला
जानकारी अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगवां/वैनी में फार्मासिस्ट के रिक्त पद के लिए सीएमओ की तरफ से महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उत्तर प्रदेश को पत्राचार किया गया था।
आरोपी प्रमोद कुमार उम्र 25 वर्ष पुत्र विजय सिंह निवासी लगुनावरी पिपरगांव जिला फर्रूखाबाद दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। प्रमोद ने किसी माध्यम से रिक्ति के बारे पूरी जानकारी प्राप्त कर सरकारी नौकरी के लालच में खुद को मृतक आश्रित दिखाया। इस पद के लिए नियुक्त होने संबंधी कूटरचित आदेश जारी कर सीएचसी वैनी पहुंचकर ड्यूटी ज्वाइन कर ली।
किसी ने इस मामले की गुमनाम शिकायत शासन से कर दी। शिकायत पर सीएमओ से जानकारी मांगी तो नियुक्ति पत्र और उसके साथ प्रस्तुत सभी दस्तावेजों के सत्यापन करवाया गया। जांच में पता चला कि नियुक्ति से जुड़े सभी दस्तावेज फर्जी हैं। इसके बाद सीएमओ के निर्देश पर डॉ. रोहित सिंह अधीक्षक समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगवां की तरफ से रायपुर थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया गया। पुलिस ने बीते दिवस आरोपी प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया।