नई दिल्ली। लिवर के घावों में सुधार के लिए नई दवा को मंजूरी मिल गई है। मैड्रिगल फार्मास्यूटिकल्स की रेज़डिफ्रा नामक दवा की मंजूरी से पहले क्लीनिकल टेस्ट किए गए थे। इन टेस्ट में लिवर के घावों में सुधार देखने को मिला था। क्लीनिकल परीक्षण में नॉन एल्कोहॉलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (एनएएसएच) से जूझ रहे लोगों को शामिल किया गया था। सभी के लिवर में फैट जमा था और स्थिति काफी बिगड़ी हुई थी।
US Food And Drugs Administration (FDA) ने सेवर टाइप नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिसीज के लिए पहली दवा को मंजूरी दे दी है। FDA के निकोले निकोलोव का मानना है कि पहले एनएएसएच पेशेंट के लिवर में होने वाले घाव के लिए कोई दवा इस्तेमाल नहीं की जाती थी। अब लिवर डैमेज को ठीक करने के लिए नई दवा को मंजूरी मिलने एक उम्मीद की किरण जागी है। इस दवा की मदद से मरीजों को एक ट्रीटमेंट ऑप्शन मिल जाएगा।
रेजडिफ्रा दवा से लिवर के घावों में होगा सुधार
966 लोगों के 12 महीने में ली गई लिवर बायोप्सी से जानकारी मिली है कि लिवर के घावों को ठीक करने के लिए रेजडिफ्रा दवा कारगर है। रिपोर्ट में सभी लोगों के लिवर के घावों में सुधार देखा गया।
रेजडिफ्रा दवा के साधारण साइड इफेक्ट्स
बता दें कि लिवर के घावों को ठीक करने वाली दवा रेजडिफ्रा के साधारण साइड इफेक्ट्स भी हैं। इस दवा का सेवन करने से डायरिया या मतली की समस्या हो सकती है। अच्छी बात ये हैं कि इस दवा के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। इस दवा को 15 साल की रिचर्स के बाद मंजूरी मिली है।