वेसलियस फार्मा ने भारतीय कंपनियों से मांगी कई दवाइयां

मुंबई। कोलंबो स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी वेसलियस फार्मा ने भारतीय कंपनियों से कई औषधीय उत्पाद मंगवाए हैं। इनमें बाल चिकित्सा मल्टीविटामिन और लियोफिलाइज्ड पाउडर का निर्यात करने को भी कहा है।

बता दें कि वेसालियस फार्मा ने फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (फार्मेक्सिल) को संदेश भेजा है। इसमें वे बिना पंजीकरण के आयात किए जाने वाले उत्पाद खरीदना चाहते हैं। फार्माक्सिल के महानिदेशक (डीजी) उदय भास्कर ने कहा कि कोलंबियाई कंपनी को पैकेजिंग और ब्लिस्टर, इंसर्ट या लीफलेट, जीएमपी प्रमाणपत्र, पिछले बैच के विश्लेषण प्रमाणपत्र (सीओए) और विश्लेषण पद्धति की कलाकृति की जरूरत होगी।

ये उत्पाद मंगवाए

कंपनी ने बाल चिकित्सा मल्टीविटामिन, लियोफिलाइज्ड पाउडर, शीशी, एसीडी ट्रिविटामिन : विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन डी, घोल, ड्रॉपर के साथ बोतल या कैलिब्रेटेड ड्रॉपर उत्पाद जरूरी तौर पर मंगवाए हैं। लियोफिलिज्ड पाउडर फ्रीज-सुखाने द्वारा बनाया गया पाउडर है। लियोफिलाइजेशन पानी या अन्य विलायकों को हटाकर दवा उत्पाद को तरल से स्थिर ठोस में बदल देता है। दवा डेवलपर्स की इस तकनीक में दिलचस्पी बढ़ रही है। दरअसल, यह छोटी और बड़ी दोनों तरह की अणु वाली दवाओं की शेल्फ लाइफ बढ़ा सकती है।

भारतीय फार्मा निर्यात में लगातार वृद्धि दर्ज

भास्कर का कहना है कि कोलंबिया में व्यवसाय चलाने वाली और निर्दिष्ट उत्पादों की निर्माता फार्मा इस अवसर का लाभ उठा सकती हैं। उन्होंने बतायाकि कोलंबिया में भारतीय फार्मा निर्यात वृद्धि में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। कोलंबिया ने 2016-17 में भारत से 71.08 मिलियन अमेरिकी डॉलर का फार्मास्युटिकल आयात दर्ज किया। यह निर्यात 2017-18 में बढक़र 85.77 मिलियन अमेरिकी डॉलर और 2018-19 में 92.93 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।