पटना (बिहार)। सभी हॉस्पिटल्स में अगले सप्ताह से पेपरलेस इलाज किया जाएगा। मरीजों की तमाम डिटेल्स ऑनलाइन ही दर्ज होंगी।

यह जानकारी राज्य स्वास्थ्य समिति की टीम ने दी। एलएनजेपी हड्डी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में जिले के डॉक्टरों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।बताया गया कि पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, फार्मासिस्ट व नर्सों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

अस्पतालों को उपलब्ध कराई राशी

राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी अस्पतालों को लैपटॉप-कंप्यूटर खरीदने के लिए धनराशि उपलब्ध करा दी है। हालांकि, एलएनजेपी हड्डी हॉस्पिटल, न्यू गार्डिनर इंडोक्राइन सुपर स्पेशियलिटी व राजेंद्र नगर नेत्र विशिष्ट अस्पताल में यह सुविधा शुरू होने में अभी समय लगेगा।

डॉ. एनएन राय ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी सुगमता व सहजता से मरीजों की सेवा कर सकें, इसलिए स्वास्थ्य विभाग को कंप्यूटरीकृत किया जा रहा है। मरीजों को चाहिए कि वे भव्या पोर्टल और आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड यानी आभा कार्ड, दोनों के तहत रजिस्ट्रेशन करा लें। इससे उनका मेडिकल रिकॉर्ड दोनों जगह संरक्षित होता रहेगा और जरूरत पडऩे पर कोई भी डॉक्टर कहीं भी इसे देख सकेगा।

पैथोलाजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड की जांच रिपोर्ट व अस्पताल से कितनी दवाएं मिलीं, किस डॉक्टर ने देखा, सब इसमें दर्ज होगा। रोगियों को सिर्फ नंबर रजिस्ट्रेशन नंबर बताना होगा और पुराने पर्चे लेकर नहीं आना पड़ेगा।

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख सह एलएनजेपी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. एनएन राय, डॉ. सुभाष चंद्रा, डॉ. शाश्वत कुमार, डॉ. श्याम किशोर समेत अन्य अस्पतालों के उपाधीक्षक, चिकित्सा प्रभारी व स्वास्थ्य प्रबंधक मौजूद रहेे।