जालंधर/अंबाला। जालंधर शहर में डॉक्टर एच.एस. कंग ने दो अस्पतालों में बोर्ड लगाकर खुलेआम अपने बुलंद हौसले का एहसास करवाया कि उन्हें नियमों सरकार प्रशासन किसी की कोई परवाह नहीं। बोर्ड पर लिखा था कि यहां अबॉर्शन किए जाते हैं।
इसकी सूचना राज्य के सरकारी अमले को या तो नहीं थी या फिर उनकी इस डॉक्टर के साथ कोई सेटिंग रही होगी। सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली कि कई राज्यों से यहां गर्भ में पल रहे भ्रूण की जानकारी एवं गर्भपात का कार्य खुले आम किया जाता है। ऐसे में इस काम की मनमानी रकम भी वसूल की जाती है। जब यह सूचना अंबाला की टीम को मिली तो इस डॉक्टर का भंडाफोड़ करने की ठान ली। अंबाला के सिविल सर्जन अशोक शर्मा, डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर संजीव सिंगला, सहायक मनीष ने सलाह कर एक गर्भवती को फर्जी ग्राहक बनाया। डॉक्टर कंग ने उस गर्भवती महिला की रिश्तेदार हरजीत कौर से लिंग जांच का 30 हजार रुपए में सौदा तय किया तथा बताए गए स्थान पर पहुंचने को कहा। डॉक्टर सिंगला ने बताया कि वे समय से डॉ. कंग के बताए पते पर महिला का पीछा करते हुए जालंधर पहुंच गए। जालंधर के सिविल सर्जन डॉक्टर जसप्रीत कौर को स्थानीय टीम मौके पर भेजने की बात कही। डॉक्टर जसप्रीत कौर से सहयोग नहीं मिल पाने पर हरियाणा की टीम ने मुख्यमंत्री के कार्यालय में कॉल कर जालंधर सिविल सर्जन से सहयोग मांगा। जब तक जालंधर सिविल सर्जन की टीम आई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अस्पताल के जानकारों ने बताया कि डॉ. कंग लेबर रूम में ही महिलाओं का ऑपरेशन करते थे। रेड से पूर्व सवेरे भी उन्होंने एक अबोर्शन किया था। डॉक्टर कंग के दोनों सेंट्रो में जांच करने पर पाया गया कि कहीं भी सीसीटीवी नहीं लगे हुए थे, जिनका नियमानुसार लगा होना अत्यंत आवश्यक है। यदि जालंधर सीएमओ की टीम हरियाणा की टीम को समय पर सहयोग करती तो डॉक्टर कंग रंगे हाथों पकड़े जाते। हरियाणा से गई महिला का डॉक्टर कंग ने भ्रूण जांच भी की और बताया कि उसके गर्भ में लडक़ी है। बता दें कि डॉक्टर कंग 2007 में भी इसी प्रकार के मामले में पकड़े गए थे।
डॉक्टर संजीव सिंगला डिप्टी सिविल सर्जन अंबाला ने बताया कि यदि डॉक्टर जसप्रीत कौर की मंशा उस अस्पताल के संचालक डॉक्टर एचएस कांग के प्रति पारदर्शी होती तो वह हरियाणा की टीम को सहयोग भी करती और एफआईआर दर्ज करवाने के लिए पुलिस को एप्लीकेशन भी देती। उन्होंने ऐसा नहीं किया। सिंगला ने कहा कि अब हम अंबाला में इस मामले की एफआईआर दर्ज करवा आगे की कार्रवाई करेंगे। फिलहाल डॉक्टर एचएस कांग का अस्पताल दोनों राज्यों की टीमों व पुलिस की मौजूदगी में सील कर दिया गया है।