जयपुर। प्रदेश में दवाएं बनाना और उन्हें बेचना आसान हो गया है। लाइसेंस के लिए अब विभाग के अधिकारियों के चक्कर नहीं काटनें पड़ेंगे। सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम के जरिए न केवल थोक व खुदरा विक्रेता बल्कि ब्लड बैंक भी घर बैठे कंप्यूटर के जरिए लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। औषधि नियंत्रण संगठन ने ऑनलाइन सुविधा प्रारंभ कर दी है। राज्य का कोई भी थोक व खुदरा दवा विक्रेता, निर्माण यूनिट, ब्लड बैंक व लैब पोर्टल पर जाकर लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते है। ऑनलाइन होने के बाद एक क्लिक पर 50 हजार थोक व खुदरा दवा दुकानदारों की कुंडली वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में राजस्थान को ऑनलाइन सिस्टम में ‘ईज ऑफ डूईंग बिजनिस’ के तहत 7वां स्थान मिला है। ऑनलाइन ड्रग लाइसेंस अपलाई करने वाले को एसएमएस के जरिए जानकारी मिलेगी। आवेदन करने, किसी भी तरह की कमी, निरीक्षण व लाइसेंस बनने जैसी जानकारी समय-समय पर दी जाएगी। लाइसेंस बनने के बाद दुकानदार लॉगिन कर लाइसेंस को डाउनलोड कर सकेंगे। थोक व खुदरा दवा लाइसेंस 20 दिन तथा ब्लड बैंक व निर्माण यूनिट को 90 दिन में लाइसेंस मिलेगा। नियमानुसार सभी तरह की औपचारिकता व दस्तावेज जांच के बाद ही प्रोसेस प्रारंभ किया जाएगा।