जयपुर (कैलाश शर्मा):- अब देश भर में सत्र 2023-24 में डिप्लोमा इन फॉर्मेसी (Diploma in Pharmacy) में प्रवेश लेने वाले छात्रों को एग्जिट टेस्ट देना अनिवार्य होगा। एग्जिट टेस्ट देने के बाद ही छात्र स्टेट फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करवा पायेंगे।
देश के सभी राज्यों के लिए अनिवार्य (Diploma in Pharmacy)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अनुमित मिलने के बाद ही फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के रजिस्ट्रार कम सचिव अनिल मित्तल की ओर से ये आदेश जारी किया गया है। बता दें कि ये आदेश देश के तमाम राज्यों की काउंसिल को सत्र 2022-23 में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए प्रभावी होगा। जबकि सत्र 20221-22 में प्रवेश लेने वालों को किसी भी प्रकार का एग्जिट टेस्ट नहीं देना पड़ेगा।
‘डिप्लोमा इन फार्मेसी एग्जिट एग्जामिनेशन विनियम-2022’ का गजट नोटिफिकेशन जारी
केन्द्रीय फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, नई दिल्ली की ओर से बीते साल ‘डिप्लोमा इन फार्मेसी एग्जिट एग्जामिनेशन विनियम-2022’ का गजट नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। राजस्थान फार्मेसी काउंसिल के रजिस्ट्रार नवीन सांघी ने इस संंबंध में बताया कि देशभर में एक हजार से ज्यादा फार्मेसी संस्थान है। हर साल 60 हजार से ज्यादा छात्र डिप्लोमा इन फार्मेसी का कोर्स कर रहे हैं।
साल में दो बार होगा एग्जाम
अब डिप्लोमा इन फार्मेसी कोर्स को करने वाले छात्रों को साल में दो एग्जाम देना पड़ेगा। एग्जाम प्रक्रिया के बारें में समय-समय पर पीसीआई सर्कुलर जारी करेगा। फार्मास्यूटिक्स, फार्मोकोलॉजी, फार्माकोग्नोसी, फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, बायो केमिस्ट्री, हॉस्पिटल एंड क्लिनिकल फार्मेसी, फार्मास्यूटिकल जूरिप्रूडेंस एंड ड्रग स्टोर मैनेजमेंट में मल्टीपल च्वॉइस के तीन पेपर होंगे।
क्या होता है डिप्लोमा इन फार्मेसी
12वीं पास करने के बाद जो छात्र के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट में जाने की इच्छा रखते हैं वो डिप्लोमा इन फार्मेसी कोर्स को कर सकते हैं। ये 2 साल का कोर्स होता है। केवल साइंस स्ट्रीम के छात्र इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। डिप्लोमा इन फार्मेसी फूल टाइम कोर्स है। इस डी फार्मा शॉर्ट में कहा जाता है। इस कोर्स में छात्रों के पास कई करियर ऑप्शन है और ये क्षेत्र दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र साल का 2 लाख से 6 लाख रुपये तक आराम से कमा सकते हैं। इस कोर्स की फीस 10 हजार से 1 लाख तक के बीच हो सकती है।
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