मुंबई। अब दवा की डिलीवरी और भी आसान हो गई है। बता दें कि अब दवा की डिलीवरी ड्रोन द्वारा की जाएगी। जाहिर सी बात है कि ये सुनकर थोड़ा सा अजीब जरूर लग रहा है क्यों कि अभी तक आपने ड्रोन के जरिये निगरानी करने और दवाओं के छिड़काव की बात सुनी होगी लेकिन अब इसका इस्तेमाल दवा की डिलीवरी के लिए भी शुरू किया जायेगा। जल्द ही इसकी शुरुआत महाराष्ट्र के नवी मुंबई शहर में होगी। मेडिकल फील्ड में यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा। इस प्रयोग से मरीज तक महज चंद मिनटों में दवा पहुंच जाएगी।

अपोलो अस्पताल जल्द ही इसकी शुरुआत नवी मुंबई में करने जा रहा है। अस्पताल से मली जानकारी के मुताबिक ड्रोन वास्तविक रोगी और जरूरतमंदों तक पहुंचकर मेडिकल फैसिलिटी पहुंचाने में सक्षम होंगे। एक ड्रोन के जरिए करीब 12 किलो वजन तक की दवाएं व वैक्सीन को आसानी से पंहुचाया जा सकता है। हवा में पांच सौ मीटर की ऊंचाई पर उड़ते हुए इस ड्रोन ने छह किलोमीटर से ज्यादा की दूरी महज पांच मिनट में पूरी की। बता दें कि अस्पताल की जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संगीता रेड्डी मुताबिक सितंबर 2018 में अपोलो अस्पताल की 35 वीं वर्षगांठ के मौके पर दुर्घटना स्थल या आपदा में जीवन रक्षक ईएमएस रिस्पांस ड्रोन का ट्रायल सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया गया।

ईएमएस ड्रोन के ट्रायल में उस क्षमता को दिखाया गया। जिस पर यूएवी (अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स) दुर्घटना या आपदा के मामले में आपातकालीन चिकित्सा देखभाल के लिए काम करता है। अपोलो अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से जरूरी मंजूरी के बाद इस सुविधा को नवी मुंबई में शुरू कर दिया जायेगा। इस सुविधा के जरिये आवश्यक दवाओं को इमरजेंसी हालात में दूर-दराज के इलाकों तक महज चंद मिनट में ड्रोन के जरिए भेजा जा सकेगा। इसका सफल प्रयोग तेलंगाना में किया जा चुका है।