नई दिल्ली। अमेरिका में कोरोना वैक्सीन का इंतजार अब खत्म हो गया है। यहां फाइजर कंपनी द्वारा तैयार की गई वैक्सीन की सप्लाई चार्टर फ्लाइट द्वारा शुरू कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लाइट से वैक्सीन का भेजा जाना सप्लाई चैन का अहम हिस्सा होगा। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि अमेरिका में दिसंबर के अंत तक वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने फाइजर कंपनी की वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी है कि उम्मीद है कि दिसंबर के अंत तक कंपनी के अनुमति मिल जाएगी।

फाइजर कंपनी की योजना है कि वैक्सीन की स्टोरेज संबंधी समस्या के निराकरण के लिए इसकी सप्लाई वैक्सीनेशन सेंटर के बिल्कुल करीब तक फ्लाइट से सप्लाई की जाए ताकि जल्द से जल्द पहुंचाई जा सके और तापमान संतुलन की ज्यादा समस्या न हो। कंपनी के मुताबिक वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर से वैक्सीनेशन सेंटर तक पंहुचाने में तीन दिन का समय लग सकता है। गौरतलब है कि आमतौर पर फ्लाइट में बड़े स्तर पर बर्फ रखने की मंजूरी नहीं होती है, लेकिन फाइजर की वैक्सीन की डिलिवरी के लिए फ्लाइट में अतिरिक्त बर्फ रखने की भी मंजूरी दी गई है।

इससे वैक्सीन को -70 डिग्री सेल्सियस पर रखने की सुविधा रहेगी। वैक्सीन की सप्लाई के लिए फाइजर ने सूटकेस के आकार के बॉक्स तैयार किए है, जिसमें बर्फ के साथ वैक्सीन रखी गई है। गौरतलब है कि अमेरिकी कंपनी फाइजर द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को बीते दिनों 95 फीसदी प्रभावी बताया गया था। तीसरे चरण के परीक्षणों में भी यह असरकारक परिणाम दे रही थी। हालांकि फाइजर की वैक्सीन के साथ एक समस्या यह है कि इसे माइनस 70 डिग्री तापमान पर स्टोर करके रखना पड़ता है। इसलिए अमेरिका में चार्टर फ्लाइट से इसके सप्लाई शुरू की गई है, जिसमें बड़े-बड़े कोल्ड स्टोरेज बैग में वैक्सीन को रखा गया है।