हैदराबाद। प्रमुख औषधि कंपनी अरबिंदो फार्मा ने अमेरिकी बाजार से अपनी तीन दवाओं को वापस मंगाया है। इनमें दो दवाओं को विनिर्माण कारणों से वापस मंगाया गया है। गौरतलब है कि कंपनी के कई विनिर्माण संयंत्र को अमेरिकी औषधि नियामक यूएसएफडीए के नियामकीय अनुपालन संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है और इस घटना को भी उसी संदर्भ में देखा जा रहा है। वापस मंगाई जा रही दवाओं में रैनिटिडीन भी शामिल है जिसके लिए अमेरिकी औषधि नियामक ने हाल में बाजार से वापस मंगाने का निर्देश दिया था। रैनिटिडीन में खतरनाक तत्व एनडीएमए की मात्रा तय मात्रा से अधिक पाए जाने पर यूएसएफडीए ने यह निर्देश दिया था। यूएसएफडीए के अनुसार, रैनिटिडीन दवा के विभिन्न खुराक वाले टैबलेट एवं कैप्सूल के कुल करीब 2,76,048 बोतल को वापस मंगाया गया है। इसके अलावा रैनिटिडीन सीरप के 19,320 बोतल को भी अमेरिकी बाजार से वापसी हो रही है। कंपनी ने स्वैच्छिक तौर पर एमियोडैरोन हाइड्रोक्लोराइड इंजेक्शन और स्थानीय एनोस्थेटिक लिडोकाइन एचसीएल इंजेक्शन के खास बैच के क्रमश: 1.97 लाख वाइल और 1.12 लाख वाइल को वापस मंगाया है। अमेरिकी बाजार में इन तीनों दवाओं का वितरण अरबिंदो फार्मा की अमेरिकी सहायक इकाई ऑरोमेडिक्स फार्मा एलएलसी द्वारा किया जाता है।
अरबिंदो फार्मा ने नवंबर 2019 के पहले और दूसरे सप्ताह से इन दवाओं की वापसी शुरू की थी। रैनिटिडीन और लिडोकाइन पर इस कार्रवाई को दवा में बाहरी तत्व की मौदूगी के लिए क्लास 2 वापसी के तौर पर परिभाषित किया गया है। इसे अनुपालन का उल्लंघन माना गया है और इससे रोगी के स्वास्थ्य पर तात्कालिक अथवा चिकित्सकीय तौर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। जबकि एमियोडैरोन दवा में दृश्य अशुद्धियों की मौजूदगी के कारण क्लास 3 वापसी शुरू की गई है। अप्रैल में यूएस एफडीए ने कंपनियों को अमेरिकी बाजार से रैनिटिडीन दवा को वापस मंगाने के लिए कहा था। पिछले महीने डॉ. रेड्डीज और जीएसके सहित कई कंपनियों ने अमेरिकी बाजार से रेनिटिडीन जेनेरिक दवा को वापस मंगाया था।