कौशांबी (उत्तर प्रदेश)। अवैध अस्पताल में इलाज के दौरान महिला मरीज की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। चायल तहसील के चरवा में संचालित अस्पताल में मरीज की मौत होने पर आक्रोशित परिजनों ने हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंचे चिकित्साधिकारी और पुलिस प्रशासन को देख अस्पताल चिकित्सक एवं अन्य कर्मी मौके से फरार हो हुए। जांच के बाद पता चला कि अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था। अस्पताल को सीज कर दिया गया और भर्ती एक महिला मरीज को सीएचसी चायल में शिफ्ट किया है। उधर, मृतक मरीज के शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था अस्पताल
चरवा में महादेव हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था। देर शाम इलाज के दौरान चन्दा देवी (35) पत्नी गणेश पासी निवासी चरवा की मौत हो गई। महिला का दो दिन पहले ही बच्चेदानी का ऑपरेशन किया गया था। महिला की मौत से परिजन आक्रोशित हो उठे और हंगामा कर दिया। सूचना मिलने पर चिकित्साधिकारी चायल ललित सिंह और थानाध्यक्ष चरवा जगदीश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्हें देखते ही अस्पताल चिकित्सक और अन्यकर्मी भी भाग खड़े हुए। इस दौरान परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाज के लिए जमा किए गए 50 हजार देने के बावजूद लापरवाही पूर्ण इलाज से उनके मरीज की मौत हो गई।
अस्पताल को किया सीज
जांच में पता चला कि अस्पताल अवैध तरीके से संचालित है। उसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। इसके चलते अस्पताल को तत्काल प्रभाव से सीज कर दिया गया। वहीं, एक अन्य मरीज मनीषा तिवारी पत्नी इन्द्रभान गेरिया पिपरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चायल में शिफ्ट कर दिया गया। उधर, थानाध्यक्ष चरवा जगदीश कुमार ने बताया कि मृतक परिजनों की शिकायत पर आरोपी चिकित्सकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।